रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे महायुद्ध का आज 14वां दिन है. मंगलवार को रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में भारी बमबारी की जिसमें कई लोगों की जान चली गई. वहीं आज रूस ने युद्ध विराम की भी घोषणा की है, जिससे युद्ध में फंसे नागरिकों को निकाला जा सके. रूस ने कहा है कि यूक्रेन के सुमी, खार्किव, मारियोपोल, चेर्नीहीव, जापोरिजा शहरों में आज युद्ध विराम रहेगा. बता दें कि इस युद्ध में यूक्रेनी सेना रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रही है. यूक्रेन पर रूसी सेना के इस हमले ने यूक्रेन के इस मिलिट्री ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों में रिफ्यूजी संकट बढ़ा दिया है. वहीं, पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर फ्लेन यूक्रेन को देने का ऐलान किया है.
इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि यह कदम चिंता पैदा करने वाला है और उचित नहीं है. ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि रूस, नागरिकों को निकालने के लिए इरपिन में बनाए गए इवैक्यूएशन कॉरिडोर को निशाना बना रहा है. यहां भीषण युद्ध के चलते पानी, बिजली पिछले कई दिनों से नहीं हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमायेर जेलेंस्की ने अपने ऊपर लगाए जा रहे देश छोड़कर भागने के इल्जामों का जवाब देते हुए कहा है कि वो देश छोड़कर कहीं नहीं भागे हैं, अपने ऑफिस में ही मौजूद हैं. उन्होंने अपना वीडियो भी पोस्ट किया और अपना लोकेशन भी सार्वजनिक किया है. युद्ध के दौरान ये पहली बार है जब जेलेंस्की ने अपने दफ्तर से वीडियो पोस्ट किया है.
जेलेंस्की ने नाटो से यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग को दोहराया है. इसके साथ ही एक और स्पष्ट संकेत में ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह दो अलग-अलग रूसी समर्थक क्षेत्रों की स्थिति पर “समझौता” करने के लिए तैयार हैं, जिसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने से ठीक पहले स्वतंत्र घोषित किया था और मान्यता दी थी।.
ज़ेलेंस्की ने अपने दिए गए साक्षात्कार में कहा है कि नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. राष्ट्रपति ने कहा, “गठबंधन (नाटो) विवादास्पद चीजों और रूस के साथ टकराव से डरता है.” नाटो की सदस्यता का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि वह ऐसे देश का राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते, जो घुटनों के बल कुछ मांग रहा हो। गौरतलब है कि रूस ने कहा है कि वह नहीं चाहता कि पड़ोसी यूक्रेन नाटो में शामिल हो.