इंटरनेशनल कानूनों को तोड़ते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के इलाकों को रूस में शामिल करने संबंधी एग्रीमेंट पर साइन किए और कहा कि नए शामिल किए गए जगहों की “सभी उपलब्ध साधनों” का इस्तेमाल कर रक्षा की जाएगी. उन्होंने यूक्रेन से शान्ति बातचीत के लिए बैठने का आग्रह किया लेकिन तत्काल ही आगाह किया कि रूस में शामिल किए गए यूक्रेनी इलाकों को वापस किए जाने पर वह चर्चा नहीं करेंगे. इसके साथ ही सात महीनों से दोनों देशों के बीच चल रही जंग के तेज होने की आशंका बढ़ गई है.
वहीं, इसे लेकर नाटो चीफ ने इसे लेकर बयान दिया है. नाटो चीफ ने कहा कि यूक्रेन के चार जगहों को ‘अवैध तरीके से’ से रूस में मिलाए जाने को अस्वीकार किया. यूक्रेन में युद्ध “एक महत्वपूर्ण मोड़” पर; युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन का भूमि पर कब्जा जमाना “सबसे गंभीर स्थिति” है.