उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव का माहौल गर्म है और चुनावी माहौल को देखते हुए सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए दांव चल रही हैं. वहीं मथुरा में प्रथम चरण में चुनाव होने वाला है. ऐसे में 10 फरवरी को बृजवासी लोग और मथुरा की जनता मतदान करेगी. हालांकि अब देखना है कि मथुरा की जनता किसको अपना विधायक बनाती है. यदि बात की जाए मांट विधानसभा सीट पर गठबंधन को लेकर काफी टकराव रहा, जिसमें सबसे पहले RLD के उम्मीदवार योगेश नौहवार द्वारा नामांकन कर दिया गया था.
दरअसल, बीते कुछ दिनों बाद ही संजय लाठर द्वारा मांट विधानसभा सीट से नामांकन कर देने के बाद योगेश नौहवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उनको अपने आवास पर बुलाया और उनसे अपना नामांकन वापस करने की बात कही थी. लेकिन योगेश ने अपना नामांकन वापस लेने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि यदि आप चुनाव लड़ेंगे तो मैं नामांकन वापस लूंगा. उन्होंने संजय लाठर के लिए मैं अपना नामांकन वापस नहीं ले सकता. जब योगेश इस बात से पीछे नहीं हटे तो RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा सी फॉर्म जारी कर संजना की पत्नी को दे दिया गया, जिसमें संजय लाठर की पत्नी ने अपना पर्चा भरा और एक ही पार्टी के दो उम्मीदवार होने के कारण योगेश का पर्चा खारिज हो गया और वहीं योगेश माट विधानसभा सीट से बाहर हो गए.
वहीं, 1 फरवरी को मथुरा आए राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपने मथुरा जिला के 5 विधानसभा सीट में से 3 विधानसभा सीटों पर जनसभा की. वहीं, मांट विधानसभा सीट पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने योगेश को बुलाया और कहा कि तुम मेरे साथ आ जाओ. लेकिन योगेश नहीं गया. यदि योगेश जाता तो उसे हेमामालिनी बना देते और हमको हेमा मालिनी नहीं बनाना है. यह बयान खुद राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने मार विधानसभा सीट के जनसभा को संबोधित करते हुए मंच से दिया है.