राकेश टिकैत ने दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा डालने के आरोपों का किया खंडन, कहा- किसानों को बदनाम करने के लिए की जा रही घटिया राजनीती

    371
    Rakesh-Tikait

    भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों ने ऑक्सीजन सप्लाई में किसी तरह की बाधा नहीं डाली है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर से शुरू हुए किसान आंदोलन की शुरुआत से ही जरुरी सेवाओं के लिए आने-जाने का रास्ता लगातार दिया जा रहा था, लेकिन 26 जनवरी की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने ही कीलें गाड़कर आवश्यक सेवाओं को भी गाजीपुर से गुजरने पर रोक लगा दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को बदनाम करने की इस घटिया राजनीति से बाज आना चाहिए।

    राकेश टिकैत ने कहा कि किसान हमेशा देश के साथ खड़ा रहता है। उससे कोई रास्ता भी पूछ लेता है तो वह उसे सिर्फ रास्ता ही नहीं बताता, बल्कि उसे घर तक छोड़ कर आता है। इस तरह की सभ्य संस्कृति वाले किसानों पर यह आरोप लगाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा डाली।

    किसान नेता का यह बयान उन बयानों के संदर्भ में आया है जिनमें कहा जा रहा था कि दिल्ली को आने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई में किसान आंदोलन के कारण बाधा पड़ रही है। यहां तक कहा गया था कि गाजीपुर के किसान आंदोलन के कारण बंद सड़कों के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर जा रहे ट्रकों को 100 से भी ज्यादा किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है, जिसके कारण ऑक्सीजन को पहुँचाने में बाधा आ रही है।

    हालांकि, इस आरोप के कुछ ही देर बाद ऑक्सीजन ले जा रहे ट्रक के ड्राइवर का एक बयान सामने आ गया था जिसमें उसने बताया था कि किसानों के कारण उसके आने-जाने में किसी तरह की बाधा नहीं पड़ी। उलटे ड्राइवर ने यहां तक कहा है कि किसानों ने उसे सही रास्ते को पाने में मदद भी की।

    वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी बुधवार को यह मामला उठाया और कहा कि कुछ राज्यों के द्वारा दिल्ली को पहुंचने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई में गलत तरीके से बाधा डाली जा रही है।

    उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि पहले यूपी और बाद में  हरियाणा के द्वारा इस तरह की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को ऑक्सीजन की सप्लाई में राज्यों की किसी तरह की भूमिका को खतम कर देना चाहिए क्योंकि इसके कारण सैकड़ों लोगों की जिन्दगी दांव पर लग जाती है।