राकेश झुनझुनवाला ने केनरा बैंक पर लगाया दांव, खरीदी 1.59 फीसदी हिस्सेदारी

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देश के सबसे बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने एक सरकारी बैंक पर बड़ा दांव लगाया है. राकेश झुनझुनवाला ने सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक में निवेश किया है. झुनझुनवाला ने केनरा बैंक के 2,88,50,000 शेयर यानी 1.59 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. इससे पहले, उन्होंने फेडरल बैंक और करूर वैश्य बैंक में शेयर खरीदे थे.

बता दें कि केनरा बैंक ने 2,500 करोड़ रुपए के क्यूआईपी के तहत 16.73 करोड़ शेयरों के आवंटन को मंजूरी दी है. बैंक का क्यूआईपी 17 अगस्त को खुलकर 23 अगस्त को बंद हुआ थ. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) कंपनियों के लिए पूंजी जुटाने का एक जरिया है.

केनरा बैंक ने मार्च 2020 लॉकडाउन से 92 फीसदी रिटर्न दिया है.वहीं इस साल बैंक का रिटर्न 21 फीसदी के आस पास रहा है. हालांकि बीते 5 साल का रिटर्न निगेटिव में रहा है. पीएसयू लेंडर्स स्टॉक ने बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 ने 19 फीसदी रिटर्न दिया है. वहीं, निफ्टी बैंक इंडेक्स ने 14 फीसदी रिटर्न दिया.

झुनझुनवाल ने जून तिमाही में फेडरल बैंक में उन्होंने 0.38 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ाई है. एडलावाइज फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 1.6 फीसदी की है.

वहीं टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन कंपनी में करीब 0.3 फीसदी हिस्सेदारी घटाई है. टाइटन के उन्होंने करीब 22.5 लाख शेयर बेचे हैं. इसके अलावा, झुनझुनवाला ने टाटा मोटर्स के 50 लाख शेयर बेचे हैं. झुनझुनवाला की टाटा मोटर्स में हिस्सेदारी 1.14 फीसदी रह गई है.

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में केनरा बैंक का नेट प्रॉफिट तीन गुना बढ़कर 1,177.47 करोड़ रुपए रहा. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक को पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 406.24 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था.

बता दें कि पिछले वर्ष अप्रैल-जून तिमाही में केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक का विलय हुआ था. चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में उसकी आय बढ़कर 21,210.06 करोड़ रुपए रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 20,685.91 करोड़ रुपए थी.

इस दौरान बैंक की एनपीए घटकर 8.50 फीसदी रह गई, जो अप्रैल-जून 2020 तिमाही में 8.84 पर फीसदी थी.