चीन और पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चेतावनी – ‘हमारी जमीन हड़पने की कोशिश की गई तो मिलेगा करारा जवाब’

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    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई हमारे देश की एक इंच जमीन भी हथियाने की कोशिश करेगा तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा. राजनाथ सिंह शनिवार को उत्तराखंड में ‘शहीद सम्मान यात्रा’ के दूसरे चरण की शुरुआत करने पहुंचे थे, जो पिथौरागढ़ जिले में झौलखेत मूनाकोट से शुरू हुआ.

    अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं. भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, न ही इसने किसी विदेशी जमीन पर कब्जा किया है. पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध भारत की संस्कृति रही है, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं समझते हैं. मुझे नहीं पता कि यह उनकी आदत है या स्वभाव.’’

    पाकिस्तान का नाम लेते हुए सिंह ने कहा कि वह आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता रहता है और उसे कड़ा संदेश दे दिया गया है. उन्होंने कहा, “हमने पश्चिमी सीमा पर अपने पड़ोसी को स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर उसने सीमा लांघी तो हम न केवल सीमाओं पर पलटवार करेंगे, बल्कि उसके क्षेत्र में भी घुस जाएंगे और सर्जिकल एवं हवाई हमले करेंगे.”

    रक्षा मंत्री ने चीन का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘हमारा एक और पड़ोसी है (जो लगता है चीजों को नहीं समझता है).’’ सिंह ने कहा कि वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अगर दुनिया के किसी भी देश ने ‘‘हमारी एक ईंच जमीन भी हड़पने का प्रयास किया तो भारत करारा जवाब देगा.’’

    उन्होंने कहा कि 1971 में भारत की जीत के बारे में हर कोई जानता है. सिंह ने भारत के पड़ोसियों को चेतावनी दी कि वे किसी भ्रम में नहीं रहें. रक्षा मंत्री ने कहा कि नेपाल में लिपुलेख से मानसरोवर तक सड़क के बारे में गलत धारणा बनाने का प्रयास किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह नेपाल के साथ हमारे निकट सांस्कृतिक संबंधों को प्रभावित करने में विफल रहा.’’

    रक्षा कर्मियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिशन मोड में- सिंह

    इसके अलावा रक्षा मंत्री ने शनिवार को कहा कि केंद्र सेवारत और सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा, ”जब मैंने पदभार संभाला था तब 2006 से पहले रिटायर हुए नायब सूबेदार संशोधित पेंशन से वंचित थे. अब, उनमें से लगभग 75,550 इसे प्राप्त कर रहे हैं. हमने शॉर्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से भर्ती किए गए रक्षा कर्मियों को भी सेवानिवृत्ति के बाद अपने रैंक का उपयोग करने की अनुमति दी है.”

    राजनाथ ने कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के लिए पेंशन में संशोधन का भी आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि युद्ध में हताहत होने के मामले में सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को दो लाख रुपये से बढ़ाकर आठ लाख रुपये कर दिया गया है. उनके मंत्रालय ने पूर्व सैनिकों की शिकायतों के निवारण के लिए एक समर्पित सेल बनाया है. सिंह ने कहा, ”हमारे पास चीजों को लागू करने के लिए आवश्यक राजनीतिक इच्छाशक्ति है.”