रेलवे की कोच फैक्ट्री में बनेगी 44 ट्रेनें, रेलवे बोर्ड ने वंदे भारत ट्रेन के लिए संशोधित टेंडर किया जारी

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वंदे भारत ट्रेन के लिए रेलवे एक बार फिर टेंडर जारी किया है। 44 वंदे भारत ट्रेन सेट के लिए संशोधित टेंडर आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत जारी किया गया है। वेबसाइट पर टेंडर अपलोड कर दिया गया है। रेलवे का दावा है कि इस ट्रेन सेट के निर्माण से आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा मिलेगा।

सेमी हाईस्पीड वंदे भारत की सफलता को देखते हुए रेलवे ने 44 ट्रेन सेट चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए 29 सितंबर को प्री बिड मीटिंग बुलाई गई है। 17 नवंबर को टेंडर खोली जाएगी। ट्रेन सेट चैन्नई स्थित आईसीएफ, कपूरथला स्थित एमसीएफ और रायबरेली कोच फैक्ट्री में बनाई जाएंगी। इस बार टेंडर स्थानीय (स्वदेशी) जारी किया गया है। दरअसल पिछले बार जो टेंडर जारी किया गया था उसमें चीन की एक कंपनी ने ट्रेन सेच बनाने की इच्छा जाहिर की थी। इस वजह से पिछले बार इस पूरे टेंडर को निरस्त कर दिया गया था। संशोधित टेंडर मेक इन इंडिया नीति के तहत जारी किया गया है। ट्रेन में इस्तेमाल होने वाले 75 प्रतिशत सामान स्वदेशी होगा। यानी देश में ही निर्मित सामान से बनाई जाएगी।

उल्लेखनीय है कि वंदे भारत ट्रेन को चैन्नई स्थित कोच फैक्ट्री में महज एक साल में मेक इन इंडिया के तहत 100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार करने में सफलता हासिल की थी। यह देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन सेट है। बिना इंजन के चलने वाली डेमू व मेमू का अपग्रेड वर्जन है। यह ट्रेन दिल्ली-वैष्णव देवी व दिल्ली-वाराणसी के बीच सफलता पूर्वक चल रही है।