राजस्थान: गुर्जर समुदाय ने विरोध के चलते ब्लॉक किए रेलवे ट्रैक, दिल्ली-मुंबई रूट की कई ट्रेनें की गई डायवर्ट

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    रविवार को भरतपुर जिले के पीलूपुरा गांव में बड़ी संख्या में गुर्जर इकट्ठा हुए उन्होंने शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया। अधिकारियों ने कहा कि कुछ आंदोलनकारियों ने पीलूपुरा से होकर गुजरने वाली मुंबई-दिल्ली रेल पटरियों को क्षतिग्रस्त किया जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। अधिकारियों ने कहा कि लगभग 3 बजे कुछ आंदोलनकारियों ने मुंबई-दिल्ली पटरियों की फिश प्लेट को उखाड़ दिया और कुछ ने बयाना-हिंडौन मार्ग को ब्लॉक कर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद पटरियों को साफ कर दिया गया।

    भरतपुर के जिला कलेक्टर नाथमल दीदाल ने कहा, “गुर्जर नेता किरोड़ीलाल बैंसला पीलूपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने [खेल और युवा मामलों के मंत्री] अशोक चांदना से बातचीत की। गुर्जर नेता ने मंत्री से समुदाय के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा। वार्ता सकारात्मक थी। कल भी हमने गुर्जर समुदाय के एक धड़े के साथ बैठक की थी, जो राज्य सरकार के आश्वासन से संतुष्ट थे।”

    कोटा संभाग से गुजरने वाली दिल्ली-मुंबई लाइन पर रेलवे यातायात को भी रोक दिया गया। एके पाल, कोटा मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक ने कहा, “भरतपुर में गुर्जर आंदोलन के कारण दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर रेल यातायात रोक दिया गया है।”

    पश्चिमी रेलवे ने सोमवार को एक ट्वीट में प्रभावित रूट की लिस्ट साझा की और लिखा कि ‘गुर्जर आंदोलन के चलते उत्तर प्रदेश हिंडौन से राजस्थान के बयाना के बीच रेल सेवाएं रोक दी गई हैं.’

    बता दें कि गुर्जर समुदाय साल 2007 से आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहा है. यह आंदोलन दो हिस्सों में बंटा हुआ है. हिम्मत सिंह गुर्जर के नेतृत्व वाला गुर्जर आरक्षण समिति और एक विजय बैंसला का आंदोलन. हिम्मत सिंह गुर्जर की समिति ने शुक्रवार को राजस्थान सरकार की कैबिनेट की उप-समिति के साथ सात घंटों से ज्यादा लंबी चली बैठक में 14 बिंदुओं पर सहमति जताई थी. हालांकि, दूसरा समूह अभी भी अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं।