कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अपने पिता राजीव गांधी के हत्यारों को माफ कर दिया है। एक सरकारी महिला कालेज में संवाद के दौरान एक छात्रा ने राहुल से सवाल किया, ‘आपके पिता की लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम) ने हत्या कर दी थी, उन लोगों के बारे में आपकी कैसी भावना है?’ इस पर राहुल (Rahul Gandhi) ने कहा, ‘मेरा किसी के प्रति गुस्सा या नफरत नहीं है। हालांकि मैंने अपने पिता को खो दिया और मेरे लिए यह बहुत कठिन समय था।’
उन्होंने (Rahul Gandhi) कहा कि यह किसी के दिल को अलग करने जैसा था। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने काफी पीड़ा महसूस की, लेकिन मैं गुस्सा महसूस नहीं करता। मुझे नफरत महसूस नहीं होती। मैंने माफ किया।’ पिता और दादी इंदिरा गांधी को खोने के बावजूद उनकी राजनीतिक पारी से जुड़े सवाल पर राहुल ने कहा, ‘हिंसा आपसे कोई चीज नहीं छीन सकती.. मेरे पिता मुझमें जिंदा हैं.. मेरे पिता मेरे जरिये बात कर रहे हैं।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पुडुचेरी में मछुआरों को संबोधित करते हुए सरकार से उनके लिए अलग मंत्रालय की मांग की।
राहुल (Rahul Gandhi) ने पुडुचेरी में पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के खिलाफ तीन विधेयकों को पारित किया है, जो देश की रीड़ हैं। आपको आश्चर्य हो रहा होगा कि मछुआरों की सभा में मैं किसानों के बारे में बात क्यों कर रहा हूं। मैं आपको समुद्र का किसान मानता हूं। अगर जमीन के किसानों का दिल्ली में मंत्रालय हो सकता है तो समुद्र के किसानों का क्यों नहीं। वहीं भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रवासी नेता करार दिया है। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि अमेठी से खारिज होने के बाद राहुल ने केरल में शरण ले ली।