Ukraine crisis: राष्ट्रपति पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन ने की मुलाक़ात, पुतिन समझौता करने को तैयार

216
Putin-Macron
Putin-Macron

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर है. इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इमैनुएल मैक्रॉन से बातचीत के बाद बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वह समझौता करने के लिए तैयार हैं और सोमवार को वार्ता में फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रॉन द्वारा रखे गए प्रस्तावों पर गौर करेंगे, जबकि अभी भी यूक्रेन पर तनाव बढ़ाने के लिए पश्चिम को दोषी ठहराते हैं. दरअसल तनाव कम करने की दिशा में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पहल की. वह सोमवार को मॉस्को पहुंचे और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तनाव कम करने के संबंध में बात की.

क्रेमलिन में लगभग पांच घंटे की बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से रूस और पश्चिम के बीच सबसे तनाव का समाधान निकाला जा सकता है. बार-बार मास्को आने के लिए मैक्रों को धन्यवाद देते हुए पुतिन ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि फ्रांसीसी नेता ने अध्ययन के लायक कई विचार प्रस्तुत किए थे. पुतिन ने कहा, ‘हम हर किसी के अनुकूल समझौता खोजने के लिए सब कुछ करेंगे.’ उन्होंने ज्यादा कोई खास विवरण नहीं दिया, लेकिन कहा कि दोनों नेता मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेंलेंस्की के साथ मैक्रों की मुलाकात के बाद फोन पर बात करेंगे.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेन पर तनाव कम करने की दिशा में एक शुरुआत होगी. क्योंकि उन्होंने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ बातचीत शुरू की थी. मैक्रों ने एक सप्ताह की गहन पश्चिमी कूटनीति के प्रारंभ में मास्को के लिए उड़ान भरी.

पुतिन ने मैक्रों का “प्रिय इमैनुएल” के रूप में स्वागत करते हुए कहा कि रूस और फ्रांस ने “यूरोप में सुरक्षा के संबंध में साझा चिंताओं” को साझा किया है और इन चिंताओं को हल करने के लिए मौजूदा फ्रांसीसी नेतृत्व कितना प्रयास कर रहा है की सराहना की.फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि प्रस्तावों में दोनों पक्षों की ओर से कोई नई सैन्य कार्रवाई नहीं करने, एक नई रणनीतिक वार्ता शुरू करने और यूक्रेनी शांति प्रक्रिया पर विचार करने के प्रयास शामिल हैं.बता दें कि एक लाख से अधिक रूसी सैनिक यूक्रेन की सीमा के पास डेरा डाले हुए है.

दिसंबर में यह संकट शुरू होने के बाद से पुतिन से मिलने वाले पहले शीर्ष पश्चिमी नेता मैक्रों थे. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मास्को ने यूक्रेन के साथ सीमा के पास 110,000 सैनिकों को इकट्ठा किया है और फरवरी के मध्य तक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के लिए एक बड़ी पर्याप्त बल – लगभग 150,000 सैनिकों को इकट्ठा करने की राह पर है. रूस जोर देकर कहता है कि उसकी हमला करने की कोई योजना नहीं है. रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा. अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया है