राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा: क्या सूट-बूट-लूट की सरकार ग़रीबों का दर्द समझ पाएगी?

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा समय में शहरों में बेरोजगारी की मार झेल रहे लोगों की मदद के मकसद से ‘मनरेगा’ जैसी योजना और पूरे देश में गरीबों के लिए ‘न्याय’ लागू करने की जरूरत है. गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस ने न्यूनतम आय योजना (न्याय) का वादा किया था, कहा था कि सत्ता में आने पर वह पांच करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 72-72 हजार रुपये देगी. कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘शहर में बेरोज़गारी की मार से पीड़ितों के लिए मनरेगा जैसी योजना और देशभर के गरीब वर्ग के लिए न्याय लागू करना आवश्यक हैं. ये अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा.’

राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘क्या सूट-बूट-लूट की सरकार ग़रीबों का दर्द समझ पाएगी?’ इससे पहले राहुल गांधी ने देश के विभिन्न राज्यों में चिकित्सकों की कोरोना वायरस के कारण मौत होने से जुड़ी खबर को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि इस सरकार ने कोरोना योद्धाओं के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘कोरोना योद्धाओं के लिए ताली-थाली बजाकर जनता ने मोदी जी पर विश्वास जताया.लेकिन मोदी सरकार ने कोरोना योद्धाओं की सहायता करने से हाथ खींच कर हमेशा की तरह विश्वासघात किया.’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘सरकार को कोरोना योद्धाओं को सुरक्षा, सम्मान और सुविधाएं देनी ही होंगी.’ राहुल गांधी ने जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक, ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आइएमए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना से अब तक 18 राज्यों में 196 चिकित्सकों की मौत हो चुकी है और ऐसे में उनके लिए स्वास्थ्य बीमा की सुविधा उपलब्ध कराई जाए.