जब तक सीमांचल की जनता को इंसाफ नहीं मिल जाता। सीमांचल की बदहाली व गरीबी दूर नहीं हो जाती है। तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा। हमारा मुकाबला सांप्रदायिक ताकतों से है। ये बातें एआइएमआइएम के सुप्रीमो असदउद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कोचाधामन प्रखंड के जनता हाट में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही।
सभा में बोलते हुए हैदराबाद सांसद और एआइएमआइएम के सुप्रीमो असदउद्दीन ओवैसी एनडीए और महागठबंधन के खिलाफ जमकर बरसे। दोनों गठबंधनों पर सियासी तीर चलाते हुए उन्होंने खुद को सीमांचल का सच्चा रहनुमा बताया। उन्होंने मतदाताओ ंसे कहा कि सीमांचल को इंसाफ तभी मिलेगा जब आप यहां से एआइएमआइएम के उम्मीदवारों को जीता कर विधानसभा भेजेंगे। एनपीआर, एनआरसी और सीएए को लेकर जदयू, आरजेडी और कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि इन मुद्दों पर इन पार्टियों के मुंह क्यों बंद हैं।
सीमांचल की बदहाली का जिम्मेवार मुख्यमंत्री को ठहराया
मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे ओवैसी ने उन्हें सीमांचल की बदहाली का जिम्मेदार ठहराया। कहा, सीमांचल के लोगों ने पांच साल पूर्व 2015 में नीतीश कुमार को बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ वोट दिए थे। वही नीतीश कुमार बीजेपी और आरएसएस की गोद में जाकर बैठ गए।
अगर बिहार में हमारे गठबंधन की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा होंगे।
जदयू, राजद और कांग्रेस को बताया वोटों का सौदागर
सभा में बोलते हुए हैदराबाद सांसद और एआइएमआइएम के सुप्रीमो असदउद्दीन ओवैसी ने जदयू, राजद और कांग्रेस को वोट का सौदागर करार दिया। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों की गुलामी से बाहर निकल कर पार्टी एआइएमआइएम को मौका दें। इस अवसर पर महाराष्ट्र के औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील व अन्य नेतागण मौजूद थे।