ओमीक्रोन का बढ़ा खतरा – एक्शन में सरकार, ‘जोखिम’ श्रेणी वाले देशों से आए यात्रियों की टेस्टिंग अनिवार्य, रिपोर्ट आने तक एयरपोर्ट से निकलने पर रोक

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    कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ (Omicron) के खतरे को देखते हुए भारत सरकार इंटरनेशनल फ्लाइट को दोबारा शुरू करने को लेकर सचेत हो गई है. केंद्र सरकार ने रविवार को नए दिशानिर्देश जारी करते हुए करीब एक दर्जन देशों को “जोखिम वाले” कैटगरी में डाला है और इन देशों के वैक्सीनेटेड लोगों को मिली छूट से हटा दी गई है. 20 महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय कॉमर्शियल उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा. हालांकि स्थिति को देखते हुए सरकार इसकी समीक्षा करने वाली है.

    केंद्र सरकार ने ‘जोखिम’ श्रेणी वाले देशों से आने वाले या उन देशों से होकर भारत पहुंचने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR जांच अनिवार्य कर दी है. साथ ही तब तक यात्री को एयरपोर्ट छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक सैंपल जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती. पॉजिटिव आने पर उन्हें आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा. वहीं निगेटिव आने के बावजूद 7 दिन होम क्वारंटीन रहना पड़ेगा और आठवें दिन फिर से जांच करवानी होगी.

    “जोखिम वाले” श्रेणी में कौन से देश

    इनमें वे देश शामिल हैं, जहां कोविड-19 के ‘ओमीक्रोन’ वेरिएंट की पुष्टि हुई है. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल “जोखिम” श्रेणी में हैं. हालांकि इस फैसले के बाद कनाडा में भी नए वेरिएंट के दो मामले सामने आए हैं. दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को इस नए वैरिएंट के मिलने की खबर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को दी गई थी. हालांकि भारत में इस वेरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.

    महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोम्बीवली में दक्षिण अफ्रीका से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. कल्याण-डोम्बीवली नगर निगम (KDMC) के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि संक्रमित पाए गए व्यक्ति में ओमीक्रोन वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. वह 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर से डोम्बीवली आया था. संक्रमित व्यक्ति का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है.

    अधिक संक्रामक होने की अभी पुष्टि नहीं-WHO

    WHO ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ओमीक्रोन वेरिएंट कोविड के डेल्टा समेत अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है और क्या यह अपेक्षाकृत अधिक गंभीर बीमारी का कारण है. संगठन ने कहा, “इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, जो यह बताती हो कि ओमीक्रोन से जुड़े लक्षण अन्य स्वरूपों की तुलना में अलग हैं. ओमीक्रोन वेरिएंट की गंभीरता का स्तर समझने में कई दिनों से लेकर कई सप्ताह तक का समय लगेगा.” WHO ने सभी देशों से अपील की है कि वे ओमीक्रोन को लेकर चिंता के कारण दक्षिण अफ्रीकी देशों से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध नहीं लगाएं.

    दिल्ली AIIMS के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए ओमीक्रोन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं, जो इसे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता है और इसलिए इसके खिलाफ वैक्सीन की प्रभावशीलता का मूल्याकंन गंभीरता से करने की जरूरत है.