एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार है जो जातिगत जनगणना को लेकर अभी तक असमंजस में है वही उनकी बिहार में सहयोगी पार्टी JDU और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुर कुछ और ही है. आज गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस के सीएम नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान किया उन्होंने कहा ” बैठक में पक्ष और विपक्ष दोनों ने मिलकर यह तय किया कि एक निर्धारित समय सीमा में जातिगत जनगणना की जाएगी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जल्द ही कैबिनेट में इस पर फैसला लिया जाएगा.
वहीँ नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया और कहा “2011 के सामाजिक,आर्थिक व जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट BJP सरकार ने सार्वजनिक नहीं की।उसके बाद से धरना-प्रदर्शन इत्यादि के जरिए हमारा संघर्ष अनवरत जारी रहा। विधानसभा से दो बार प्रस्ताव पारित कराया गया। प्रतिनिधिमंडल PM से मिला।हमने सभी दलों को पत्र लिखा। फिर भी BJP ने इंकार किया. हमने इन्हें अल्टिमेटम देकर आंदोलन करने की घोषणा की॥ आखिरकार BJP बाध्य हुई और बिहार में उसे हमारे विचार के साथ खड़े होकर समर्थन करना पड़ा। लेकिन BJP दूसरे राज्यों और देश में जाति आधारित गणना के विरुद्ध है। है ना अदभुत! झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए।”