किसान आंदोलन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का बयान – किसान लेफ्टिस्ट लोगों से बचें

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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की है कि वे मुद्दों पर चर्चा के लिए आएं और वामपंथी ताकतों से दूर रहें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को लेफ्टिस्ट और माओवादी तत्वों से दूर रहना चाहिए. किसानों को समझना होगा कि उनके आंदोलन से लोगों को परेशानी हो रही है. किसान घर जाएं और हम उनके नेताओं से बात कर रहे हैं. पीयूष गोयल ने भरोसा दिया कि नए कानून से पुरानी व्यवस्थाएं सुरक्षित हैं.

पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ किसानों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार है. सरकार पहले भी बात करती रही है और अब भी बात करने को तैयार है. उन्होंने कहा, ‘हमने किसानों के साथ कई दौर की चर्चा की. किसानों ने जो अलग-अलग ज्ञापन दिए थे उसके बारे में भी चर्चा हुई. जो आशंकाएं थीं उस पर भी हमने चर्चा की कोशिश की. लेकिन हमें लगता है, टीवी पर जो रिपोर्ट देखी है उससे लगता है कि कुछ लोग कानून को सिर्फ रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं. इस आंदोलन में एक वर्ग घुस गया है जो लेफ्ट और माओवादी विचारधारा से प्रभावित है. ये वर्ग नहीं चाहता कि किसानों का मसला हल हो.’

पीयूष गोयल ने आगे कहा, ‘हमने खुले दिमाग से बात की. कई उन मसलों पर जैसे पराली, बिजली आदि पर भी चर्चा की जो इस कानून का हिस्सा नहीं है. मैं कह रहा हूं कि सरकार ने जो प्रस्ताव दिए हैं उन पर किसान विचार करें, कानून अच्छे हैं. कानून किसान के हित में है. देशभर में किसानों ने इसका स्वागत किया है. जिस दिन ऑर्डिनेंस आया उस दिन यूपी में काफी खुशी देखने को मिली थी. हमने ऐसी रिपोर्ट यूपी की मीडिया में पढ़ी थी.’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के आंदोलन में लेफ्ट और माओवादी विचारधारा के लोग घुस गए हैं. यह वर्ग बात सुनना ही नहीं चाहता है. इस आंदोलन में ऐसा वर्ग घुस गया है जो बात नहीं सुनना चाहता है, हमेशा कानून को रद्द करने का बात कर रहा है. ये बातचीत की प्रक्रिया को बेपटरी कर रहे हैं. जबकि कानून में पुरानी व्यवस्था को बरकार रखा गया है.

कड़ा एक्शन लें ममता बनर्जी-गोयल

पीयूष गोयल ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन होना चाहिए. पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बिगड़ चुकी है. ममता बनर्जी को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. ममता बनर्जी के इस आरोप पर कि जेपी नड्डा पर हमला बीजेपी की चाल है? गोयल ने कहा कि जेपी नड्डा के काफिले पर हमला बेहद निंदनीय है.

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि सीआरपीएफ के जवानों पर जेपी नड्डा के सुरक्षा की जिम्मेदारी है, लेकिन सीआरपीएफ के जवान भी उनके काफिले का हिस्सा थे. देश देख रहा है कि बंगाल में क्या हो रहा है? कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी हमला हुआ. इसके बाद कुछ कहने को बचा ही नहीं है.