नसीरुद्दीन शाह फिर हुए ट्वीटर पर ट्रोल, इंटरव्यू में बताया मुग़ल थे शरणार्थी

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बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है. फिल्मों से अलग जब भी नसीरुद्दीन शाह ने किसी भी मसले पर बात की है, तो उन्होंने अक्सर विवादों को जन्म दिया है. ऐसा ही कुछ हाल ही में हुआ है और एक बार फिर से नसीरुद्दीन शाह विवादों के घेरे में आ गए हैं. अपने हालिया इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों को रिफ्यूजी कह दिया है, जिसके कारण वह बुरी तरह से ट्रोल हो रहे हैं. दिग्गज अभिनेता यह दावा करने के लिए सुर्खियां बटोर रहे हैं कि मुगल भारत को अपनी मातृभूमि बनाने आए थे.

नसीरुद्दीन शाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें मुगलों को लेकर कई तरह के दावे करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में नसीरुद्दीन शाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुगलों के तथाकथित अत्याचारों को हर समय उजागर किया जा रहा है. हम भूल जाते हैं कि मुगल वे लोग हैं जिन्होंने देश के लिए अपना योगदान दिया है. ये वे लोग हैं जिन्होंने देश में स्थायी स्मारक छोड़े हैं, जिन्होंने नृत्य, संगीत, चित्रकला, साहित्य की परंपरा को दिया है. इसे अपनी मातृभूमि बनाने के लिए मुगल यहां आए थे. आप चाहें तो उन्हें रिफ्यूजी कह सकते हैं.

सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर एम. नागेश्वर राव ने भी नसीरुद्दीन शाह पर निशाना साधा है. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- मुगल बर्बर आक्रमणकारी थे, जिन्होंने हिंदू सभ्यता, धर्म, डेमोग्राफी, संस्कृति आदि को नष्ट कर दिया. वे पाक, बीडी और भारत के सामने आने वाली अधिकांश अन्य समस्याओं के निर्माण का मूल कारण हैं.

मुगलों को रिफ्यूजी बताने के बयान के बाद से नसीरुद्दीन शाह को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है. लोग नसीरुद्दीन शाह के वीडियो को शेयर करते हुए कह रहे हैं कि वह थैंकलेस आदमी हैं. एक ट्विटर यूजर ने लिखा- आक्रमणकारियों के साथ यह अथक जुनून क्यों? एक नया निचला स्तर – ‘मुगल शरणार्थी हैं.’

ये पहली बार नहीं है, जब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपने किसी बयान को लेकर विवादों में हैं. इसी साल सितंबर के महीने में अभिनेता ने तालिबान को लेकर अपने विचार व्यक्त किए थे, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया गया था. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद नसीरुद्दीन शाह ने तालिबान के लिए का जश्न मनाने वाले भारतीय मुसलमानों की निंदा की थी, जिसके बाद उन्हें काफी घेरा गया.