आईसीसी ने दिया महेंद्र सिंह धोनी को दशक का सबसे बड़ा सम्मान – मिला ICC स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवॉर्ड

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किसी भी खेल के प्रति एक खिलाड़ी का ईमानदार होना मैदान में लोगों का दिल जीत लेता है। हर एक खेल में खिलाड़ी के सिर्फ प्रदर्शन ही नहीं बल्कि उसकी खेल के प्रति भावना कैसी है इस पर भी लोगों की निगाहें होती है। जिसे हम खेल भावना कहते हैं। खिलाड़ी अक्सर मैदान में कभी – कभी जीत के लिए अपनी खेल भावना भूल जाते हैं और कुछ गलत कर बैठते हैं। जिससे वो फैंस की नजरों में गिर जाते हैं। इस तरह लोग उस खिलाड़ी को हमेशा अधिक प्यार देते हैं जो खेल के दौरान ईमानदारी का बेजोड़ नमूना पेश करता है।

यही कारण हैं कि आईसीसी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पिछले एक दशक में ईमानदारी से क्रिकेट खेलने के कारण दशक का सबसे ईमानदार खिलाड़ी चुना है। उन्हें स्पिरिट ऑफ़ क्रिकेट के अवार्ड से आईसीसी ने नवाजा है। जिन्होंने खेल भावना के भीतर रहते हुए क्रिकेट में कई मुकाम हासिल किये।

आइसीसी अवार्ड की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए बोर्ड की तरफ से धौनी को ICC Spirit of Cricket Award of the Decade चुने जाने की घोषणा की। साल 2011 में इंग्लैंड के नॉटिंघम में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान रन आउट होने के बाद भी भारतीय कप्तान ने इयान बेल को वापस बुलाया था। फैंस ने धौनी के इस कदम को सराहा और उनको यह सम्मान पाने का हकदार बनाया।

धोनी दुनिया के एक मात्र कप्तान हैं जिन्होंने आइसीसी के तीन बड़े टूर्नामेंट में अपनी टीम को चैंपियन बनाया। दो विश्व कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भारतीय टीम ने धौनी की कप्तानी में हासिल किया था। साल 2007 में भारत ने टी20 विश्व कप जीता था जबकि 2011 में वनडे विश्व कप के खिताब पर कब्जा जमाया था। वहीं 2013 में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती।