लखनऊ के इवेंट मैनेजर मोहम्मद बदर की सरकार से अपील-गैदरिंग पर पुरी तरह से पाबंदी लगाकर इवेंट इंडस्ट्री को न करे मायूस

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Mohd Badar on gathering ban due to omicron

कोरोना संक्रमण से कई महीनों बाद जो राहत मिली थी, वह अब खत्म होती दिख रही है. बीते करीब 6 महीनों से लगातार नए केसों में कमी देखने को मिल रही थी और एक्टिव केसों का आंकड़ा 75 हजार से भी नीचे पहुंच गया था.लेकिन अब एक बार फिर कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है. पहली और दूसरी लहर में देश के कई कारोबार चौपट हो गए थे, पहले ही इवेंट मैनेजमेंट और शादी के कारोबार पर भी कोरोना की बड़ी मार पड़ी चुकी है.

10 हजार करोड़ की इवेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री पटरी पर से उतर चुकी है, जहा लगभग दो साल से कोरोना महामारी में बर्बाद हो चुके इवेंट मैनेजर्स धीरे धीरे पटरी पार आ ही रहे थे कि अचानक से देश में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दिया.

नए साल का जश्न मनाने एक ओर जहां पूरा यूथ ब्रिगेड दो साल का लंबा इंतजार कर रहा है. तो वहीं सरकार की ओर से जारी किए गए लॉकडाउन के आदेश ने उन सारे इंतजार व उत्साह में पानी फेर दिया है. एक ओर जहां लोगों के उत्साह मायूसी में बदली है, तो वहीं दूसरी ओर इवेंट मैनेजमेंट के बिजनेस का बड़ा लॉस नजर आ रहा है.

सबकुछ बर्बाद होता दिख रहा है

लखनऊ में इवेंट कंपनी चला रहे मोहम्मद बदर बताते हैं, इस साल के आखिर में जब बैक टू नॉर्मल सी लाइफ दिखी थी, तो हम इवेंट कंपनी को एक राहत थी कि चलो इस साल शायद चीजें ठीक हो जाएंगी. हालांकि जिस तरह अचानक से कोरोना के इस नए वैरिएंटएं ने वापसी की है, अब सब कुछ बर्बाद नजर आ रहा है. स्टेट गर्वनमेंट की ओर से कई रुल्स और रेग्यूलेशन आएंगे लेकिन बिजनेस को रिवाइव्ड करना है, तो कोई न कोई रास्ता निकालना पड़ेगा ही.

सरकार कर रही हैं बड़े इवेंट्स, तो हमें रोक क्यों

मोहम्मद बदर आगे बताते हुए कहते है इस वक्त इवेंट इंडस्ट्री डूब रही है. पहले तो ये बात समझ नहीं आती है कि सारे रूल्स और रेग्यूलेशन हमारी इंडस्ट्री के लिए ही क्यों बनाए जाते हैं. जबकि खुद सरकार और विपक्ष इस महामारी में रैली, इलेक्शन, इवेंट्स करा रही है, जिसमें हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ इक्ट्ठा होती है.

ऐसे में कोरोना या ओमीक्रोम वैरियंट के फैलने का डर नहीं होता है, लेकिन अगर इवेंट कंपनी अगर कोई पार्टी या फंक्शन कर ले, तो गलत है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सरकार और विपक्ष की तरफ से हर रोज़ रैलिया और बड़े बड़े इवेंट किये जाते है . लिमिटेड गैदरिंग कर के आपने इवेंट कंपनी को लॉस में डाल दिया है.  हमारी सरकार से अपील है कोई बीच का रास्ता निकालें. मसलन, हम पूरी सेफ्टी व प्रोटोकॉल्स के साथ इवेंट करवाएं ताकि बैलेंस बना रहे और लॉस में थोड़ी कमी आए.