विदेश मंत्रालय: लद्दाख गतिरोध पर चीन के साथ सैन्य और राजनयिक चैनल से संपर्क बनाए हुए है भारत

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    पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगते सभी टकराव वाले इलाकों से सैनिकों की पूर्ण वापसी सुनिश्चित करने के लिए भारत राजनयिक और सैन्य चैनलों के जरिए चीन के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

    उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष सैन्य वार्ता के अगले दौर पर सहमत हुए हैं। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर पिछले आठ महीने से भी अधिक समय से दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने डटी हुई हैं। पिछले महीने भारत और चीन ने राजनयिक वार्ता की थी।

    विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले चार महीने से चीन के समुद्री जल क्षेत्र में एक कार्गो शिप में फंसे 16 भारतीय नाविकों को वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं और इसके लिए चीनी अधिकारियों के साथ करीबी संपर्क बना हुआ है।

    चीन के समुद्री क्षेत्र में दो कार्गो शिप में 39 भारतीय नागरिक फंसे हुए थे जिनमें से एमवी जग आनंद कार्गो शिप में सवार 23 भारतीय वापस स्वदेश लौट आए हैं।

    श्रीवास्तव ने बताया कि एमवी अनास्टासिया मामले में हम चीनी अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए हुए हैं जोकि शिप पर क्रू सदस्यों में बदलाव के लिए मानक संचालन प्रक्रिया को अंतिम रूप दे रहे हैं। जैसे ही चीनी अधिकारियों से स्वीकृति मिलती है, कंपनी क्रू सदस्यों को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और चीन में भारतीय दूतावास लगातार इस मुद्दे को चीन के साथ उठा रहे हैं।