9 मई पाकिस्तान के लिए ‘काला दिन’, सेना की मीडिया विंग ने कहा-75 साल तक किसी आंतरिक दुश्मन ने ऐसा नहीं किया..

149

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है. पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पब्लिक प्रॉपर्टी को आग के हवाले कर रहे हैं. वहीं पाकिस्तानी सेना की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने 9 मई को देश के इतिहास में एक काला चैप्टर घोषित कर दिया है. इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने लाहौर (Lahore) में कोर कमांडर के घर में भी तोड़फोड़ और लूटपाट की.

पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग ISPR ने पाकिस्तान के बिगड़ते हालात पर कहा, ‘किसी को भी लोगों को भड़काने और कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. सेना की संपत्तियों और प्रतिष्ठानों पर संगठित हमले किए गए और सेना विरोधी नारे लगाए गए.’ उन्होंने कहा, ‘ये दुष्ट तत्व लोगों की आंखों में धूल झोंकते हुए अपने सीमित और स्वार्थी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जनता की भावनाओं को जोर-शोर से भड़काते हैं.’ ISPR ने कहा, ‘देश के आंतरिक दुश्मन 75 साल तक जो नहीं कर पाया, वह सत्ता की लालसा में राजनीतिक चोला पहने इस जमात ने कर दिखाया है. सेना की परिपक्व प्रतिक्रिया ने इस साजिश को विफल कर दिया. इन अभियानों में शामिल सूत्रधारों, योजनाकारों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की पहचान कर ली गई है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस ने 1000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया

इमरान खान की गिरफ्तारी के अगले दिन इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गईं. ट्विटर, यूट्यूब और फेसबुक तक पहुंच बाधित कर दी गई और पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत जहां इमरान खान सबसे लोकप्रिय हैं, वहां स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना की मौजूदगी है. पुलिस ने कहा कि उन्होंने पंजाब प्रांत में हिंसा के लिए 1000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है.