रेजिडेंट डॉक्टर(Resident Doctors Protest) ने सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उनकी पुलिस (Delhi Police) के साथ झड़प भी हो गई. पुलिस और डॉक्टर दोनों पक्षों का कहना है कि उनकी तरफ से कई लोग इस झड़प में घायल हुए हैं. दरअसल रेजिडेंट डॉक्टर नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग (Neet-PG 2021 Counselling) में देरी को लेकर नाराज हैं और पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. आखिरकार सोमवार को डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए. रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार को अपने आंदोलन को और तेज किया, इसी के साथ उन्होंने सांकेतिक तौर पर अपने लैब कोट लौटा दिए और राजधानी दिल्ली की विभिन्न सड़कों पर मार्च निकाला. दिल्ली पुलिस ने आंदोलनकारी रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ धारा 188 के तहत सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए एफआईआर दर्ज कर ली है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि हम काउंसलिंग नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. सुनवाई 6 जनवरी को होगी. मुझे उम्मीद है कि नीट पीजी काउंसलिंग जल्द शुरू होगी. रेजिडेंट डॉक्टर तुरंत काउंसलिंग शुरू करने के लिए कई दिनों से अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं.