कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक बार फिर से चुनाव आयोग से राज्य में बाकी बचे तीन चरणों का चुनाव एक साथ कराने की अपील की। बता दें, पिछले हफ्ते भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से बचे हुए चरणों के चुनाव एक साथ कराने का अनुरोध किया था। बीते 16 अप्रैल को राज्य के चुनाव आयोग के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में भी यह मांग उठाई गई थी, लेकिन आयोग ने इसे ठुकरा दिया।
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के एक विधायक समेत चुनाव मैदान में उतरे दो प्रत्याशियों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। बीते 17 अप्रैल को पांचवें चरण के चुनाव के दौरान बीरभूम जिले के मुरारई सीट से टीएमसी के निर्वतमान विधायक अब्दुर रहमान की कोनिड-19 की चपेट में आने के कारण मौत हो गई।
निर्वाचन आयोग ने मांग की खारिज
निर्वाचन आयोग ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था कि बंगाल में विधानसभा चुनाव के आखिरी तीन चरण के मतदान को एक बार में कराया जाएगा। दिल्ली में निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने सवालों के जवाब में कहा था, ‘इन चरणों को एक साथ करने की कोई योजना नहीं है।’
कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी आरिज आफताब ने शुक्रवार को सभी राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक में बचे हुए चरणों के लिए मास्क लगाने और दो गज की दूरी का पालन करने सहित कोविड-19 से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने को कहा।
तीन चरणों के चुनाव बाकी
बता दें, इस महीने के पहले 15 दिनों में ही पश्चिम बंगाल में संक्रमण के 49 हजार 970 नए मामले आ गए जबकि महामारी से 151 लोगों की मौत हुई। सोमवार को यहां बीते 24 घंटे में कोरोना के 8 हजार 426 नए मामले सामने आए। इसके अलावा 38 लोगों की मौत भी हुई।
बंगाल में अब तक 6 लाख 68 हजार 353 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। 10 हजार 606 मरीजों की जान जा चुकी है। फिलहाल, यहां 53 हजार 418 मरीजों का इलाज चल रहा है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के आठ में से पांच चरणों का मतदान हो चुका है। छठे चरण का मतदान 22 अप्रैल को होगा। इसके बाद 26 को सातवें तो 29 अप्रैल को आठवें व अंतिम चरण के लिए वोटिंग की जाएगी।