सांसों पर संकट: लखनऊ के दो बड़े प्राइवेट अस्पतालों में आक्सीजन खत्म, मरीजों को हायर सेंटर ले जाने की नोटिस चस्पा, बलरामपुर में कुछ ही घंटों का बचा स्टॉक, मचा हड़कंप

287

राजधानी लखनऊ के दो प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से परिजनों में हड़कंप मच गया। शहर के मेयो हॉस्पिटल के गेट के बाहर ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने और मरीजों को हायर सेंटर ले जाने का नोटिस चस्पा कर दिया गया है। जिससे हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया।

इसी तरह टीएस मिश्रा हॉस्पिटल में भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। नोटिस लगते ही मरीजों के परिजन दहशत में आ गए और गुहार लगाने लगे। जिसके बाद करीब 30 मरीजों को टीएस मिश्रा हॉस्पिटल से ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। हालांकि, केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में कोविड के 350 बेड सक्रिय हैं पर आवश्यकता के मुताबिक बेड की संख्या काफी कम है।

वहीं, दूसरी तरफ मरीजों के परिजन ऑक्सीजन सिलेंडर लेने और रिफिल करवाने के लिए सेंटर के बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं। इन सबके बीच प्रदेश सरकार का दावा है कि ऑक्सीजन की बिल्कुल भी कमी नहीं है।

राजधानी के बलरामपुर अस्पताल आक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कुछ घंटों की आक्सीजन सप्लाई रह चुकी है। बता दें कि बलरामपुर अस्पताल में 290 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन के संकट को लेकर सीएमओ और डीएम को पिछले कई दिनों से लगातार मेल और फोन के माध्यम से सूचित कर रहा है। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं जिला प्रशासन के मुताबिक ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है।

बता दें कि मंगलवार को भी ऑक्सीजन सप्लायरों के यहां सिलेंडर की रिफिलिंग व नए सिलेंडर लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। हाल ये रहा कि सप्लायरों की दुकानें बंद होने पर भी लोग बाहर खड़े इंतजार करते रहे। सिलेंडर की रिफिलिंग कराने में लोगों का पूरा दिन बीत गया। इस पर भी आधे से अधिक लोगों का निराश ही लौटना पड़ा।

कोरोना संक्रमण से हालात भयावह होते जा रहे हैं। होम आइसोलेशन में मरीजों की हालत बिगड़ने पर भी अस्पतालों में बेड न मिलने पर डॉक्टरों की सलाह पर तीमारदार घर में ही ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके चलते सप्लायरों ने मोटी रकम जमा कराकर सिलेंडर किराए पर देने शुरू किए। बड़ी संख्या में लोगों ने सिलेंडर खरीद भी लिए। जबकि अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति इन दिनों कई गुना बढ़ी हुई है। इसके चलते सप्लायरों के यहां ऑक्सीजन सिलेंडर कि किल्लत हो गई है। वहीं, सिलेंडर की रिफिलिंग के लिए भी इस कदर लोग उमड़ रहे हैं कि सप्लायर सुबह व शाम को कुछ देर के लिए ही दुकान खोलते हैं।