यूपी पुलिस (UP Police) ने लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. यूपी पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं में यह केस दर्ज किया है. वहीं मंत्री की ओर से भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. रविवार को लखीमपुर खीरी में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को एक कार्यक्रम में शामिल होना था, जिसके पहले बड़ा बवाल हो गया. घटना के फौरन बाद पूरे इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है.
जानकारी के अनुसार, इस मामले में अजय मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ तिकोनिया थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. बता दें कि आरोप लगाया गया है कि जिस समय किसान प्रदर्शन करने गए थे, उसी वक्त गाड़ी ने उन्हें रौंद दिया. इस दौरान, चार किसानों की मौत हो गई, जबकि हिंसा में कुल आठ लोगों की जान गई है.
छ्त्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर एस रंधावा यूपी के लखीमपुर खीरी नहीं पहुंच पाएंगे.
यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं देने को कहा है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत घटनास्थल पर पहुंचे हैं.
लखीमपुर खीरी रवाना हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी हिरासत में लिया गया है.
सीएम योगी ने कहा-दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर बयान जारी किया है. सीएम योगी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. दोषी जो भी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार इस घटना के कारणों के तह में जाएगी तथा घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी.
योगी ने कहा जो भी घटना में लिप्त थे, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी. क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में ना आएं.
रविवार को हुआ खूनी संघर्ष
कृषि कानूनों को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान लखीमपुर खीरी में रविवार को जमकर खूनी संघर्ष हुआ. फायरिंग व आगजनी में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई है. किसानों का आरोप है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष उर्फ मोनू और उसके समर्थकों ने किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं, इसमें चार किसानों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं. इससे गुस्साए किसानों ने मोनू और उनके समर्थकों की तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और बाकी वाहनों को पलटा दिया.