मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनसमस्याओं के निस्तारण में हीलाहवाली पर काफी खफा हैं. कई बार की नसीहतों और निर्देशों के बावजूद अपनी कार्यशैली में सुधार न लाने वाले ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. सीएम योगी के पास थाना-तहसील से लेकर शासन स्तर तक की रिपोर्ट है. फरियादियों की संतुष्टि ही अफसरों की परफार्मेंस तय करेगी और उसी के आधार पर उनकी ट्रांसफर और पोस्टिंग भी होगी.
सीएम योगी की प्राथमिकता में जनशिकायतों का निस्तारण है. वह प्रदेश के पहले ऐसे सीएम हैं, जो निरंतर जनता दर्शन के माध्यम से लोगों की समस्याओं के निस्तारण के आदेश देते हैं. इसके बावजूद सीएम ने निचले स्तर पर शिकायतों के समाधान में लापरवाही को काफी गंभीरता से लिया है और नाराजगी जाहिर की है. मुख्य सचिव डीएस मिश्रा की तरफ से खराब प्रदर्शन करने वाले अफसरों को पत्र भेजा जा रहा है और ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है.
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले अफसरों पर गिर सकती है गाज
सीएम दफ्तर ने आईजीआरएस और हेल्पलाइन की रैंकिंग में टॉप टेन अच्छा प्रदर्शन करने वाले और सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले अफसरों की सूची तैयार की है. रैंकिंग में टॉप टेन सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले अफसरों पर गाज गिरने की संभावना है.