कोरोना की स्वदेशी कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलते ही उत्तर प्रदेश में वैक्सीन ट्रायल के चीफ गाइड खुशी से झूम उठे। उनका कहना है कि कानपुर का नाम देश-दुनिया में छा गया है। मानव पर वैक्सीन का पहले और दूसरे चरण का परीक्षण 75 लोगों पर किया गया है। तीसरे चरण की दूसरी डोज शनिवार से लगाई जा रही है। रविवार को यह 60 वालंटियर को लगाई गई।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर), पुणेे के नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट (एनआइवी) के सहयोग से हैदराबाद की भारत बायोटेक इंटरनेशन लिमिटेड ने मिलकर स्वदेशी कोरोना वैक्सीन तैयार की है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआइ) की अनुमति के बाद उत्तर प्रदेश में कानपुर समेत 12 सेंटर पर ट्रायल शुरू हुआ था। आर्य नगर स्थित प्रखर हॉस्पिटल में 31 जुलाई को ट्रायल शुरू हुआ। चीफ गाइड प्रो. जेएस कुशवाहा ने कहा कि कोरोना वायरस की वैक्सीन के ट्रायल का हिस्सा होना गर्व की बात है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैक्सीन को अनुमति मिलने पर बधाई दी है। फेज-थ्री की दूसरी डोज अब तक 85 वालंटियर को लग चुकी है।
कोरोना वैक्सीन लगवाने से परहेज न करें मुस्लिम: कोरोना वैक्सीन को लेकर शहरकाजी मौलाना रियाज अहमद हशमती की अध्यक्षता में मुफ्तियों और उलमा की बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से मुस्लिम परहेज न करें। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं।