जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हॉटलाइन पर भेजा संदेश – ‘आतंकी को ढेर कर दिया, शव ले जाएं’

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    Kulgam Encounter

    भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया गया। इस दौरान भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तान पर दोनों सेनाओं के बीच चल रहे संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया। जीओसी 28 डिवीजन के मेजर जनरल अभिजीत एस पेंढारकर ने कुपवाड़ा में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “नियंत्रण रेखा पर दोनों सेनाओं के बीच चल रहे युद्धविराम समझौते का पूरी तरह से उल्लंघन करते हुए एक जनवरी को कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में घुसपैठ या बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) टीम द्वारा कार्रवाई का प्रयास किया गया था। नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों की त्वरित कार्रवाई ने इस प्रयास को विफल कर दिया और आतंकवादी का सफाया कर दिया, जिसे बाद में एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शब्बीर मलिक के रूप में पहचाना गया।”

    पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम आतंकवादियों का मिश्रण
    उन्होंने कहा, “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि पाकिस्तान ने सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखा है। हमने पाकिस्तानी सेना को हॉटलाइन पर संपर्क किया। हमने उनसे मारे गए व्यक्ति का शव वापस लेने के लिए कहा है।” अधिकारियों के अनुसार, बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) को रेगुलर पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों का मिश्रण कहा जाता है, जो सीमा पर भारतीय सेना पर हमलों के लिए जाने जाते हैं। पाकिस्तान ने हमेशा इन आरोपों का खंडन किया है।

    पाकिस्तानी साइड में हुई घटना
    उन्होंने कहा, “सामान की तलाशी में पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र और टीकाकरण प्रमाणपत्र (पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी) से पता चला कि उसकी पहचान मोहम्मद शब्बीर मलिक के रूप में हुई है। सामान में सेना की वर्दी में शब्बीर के नाम का टैब पहने घुसपैठिए की एक तस्वीर भी शामिल है।” सेना के शीर्ष कमांडर ने कहा, “घटना स्थल एंटी इंफिल्ट्रेशन ऑब्सटेकल सिस्टम के पाकिस्तानी हिस्से में स्थित है। इस जगह को घुसपैठियों या पाकिस्तानी सेना द्वारा किसी भी नापाक गतिविधि का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना द्वारा निगरानी में रखा गया है।”

    आतंकी ने अपनाया पुराना था रास्ता
    आतंकी ने जो रास्ता अपनाया था, वह 4 अप्रैल, 2020 को ऑपरेशन रंगाडोरी भाइख के दौरान अपनाए गए रास्ते जैसा ही था। उस ऑपरेशन में पांच आतंकियों का सफाया किया गया था। फरवरी 2021 में, भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच सीमा पर वर्षों के अशांत संबंधों के बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम समझौते का सख्ती से पालन करने पर सहमत बनी थी।

    ऐसे किया पाक आतंकी का सफाया
    पेंढारकर ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशालय (डीजीएमओ) के बीच हुए संघर्षविराम समझौते का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए पठानी सूट और काली जैकेट पहने सशस्त्र घुसपैठिए को शनिवार दोपहर करीब 3 बजे नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी सेना के नियंत्रण वाले क्षेत्रों से घूमते हुए पाया गया। उन्होंने कहा, “उन संभावित रास्तों पर पैनी नजर थी जिन्हें घुसपैठिए द्वारा अपनाया जा सकता था और शाम 4 बजे तक मूवमेंट को फॉलो किया। उपयुक्त समय पर घात लगाकर हमला किया गया और घुसपैठिए का सफाया कर दिया गया। मारे गए घुसपैठिए का शव एक एके-47 और सात ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में गोला-बारूद के साथ बरामद किया गया है। सेना ने कहा कि क्षेत्र की निगरानी जारी है।