इजराइल की भीषण बमबारी से कांपा गाजा शहर, मृतक संख्या पहुंची 200 के करीब, सैकड़ो घायल

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फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने इस्राइल पर गाजा में युद्ध अपराध करने और मानवता के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस्राइल पर येरूशलम में रंगभेद नीति अपनाने का आरोप भी लगाया। पिछले सोमवार को शुरू हुई ताजा हिंसा के बाद से गाजा पट्टी में 58 बच्चों व 34 महिलाओं समेत करीब 197 लोग मारे जा चुके हैं। इस्राइल में भी दो बच्चों समेत 10 की मौत की सूचना है। सोमवार तड़के करीब 10 मिनट तक हुए धमाकों से गाजा शहर का उत्तर से दक्षिण का इलाका थर्रा उठा। एक बड़े इलाके पर हुई बमबारी पिछले 24 घंटों में सबसे भीषण रही। इस हवाई हमले में दक्षिणी गाजा सिटी के बड़े हिस्सों को बिजली पहुंचाने वाले एकमात्र संयंत्र से बिजली की एक लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस्राइल ने हमास आतंकियों पर यह कार्रवाई उसके कई कमांडरों के घरों को निशाना बनाकर करने का दावा किया है।

हवाई हमलों में इस्राइल ने गाजा की सुरंगें नष्ट कीं
इस्राइली सेना ने सोमवार तड़के गाजा पट्टी पर भारी हवाई हमलों की एक लहर शुरू की और इस दौरान उसने 15 किलोमीटर तक आतंकी सुरंगों और नौ कथित हमास कमांडरों के घर नष्ट कर दिए। इस पूरी कार्रवाई में कितने लोग मारे गए फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है लेकिन इस बीच पिछले एक सप्ताह में फलस्तीनी आतंकियों ने इस्राइल पर 3,000 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं।

रविवार देर रात तक हुए खूनी हमले
फलस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि हिंसा की शुरुआत से अब तक गाजा के लिए रविवार सबसे भयानक रहा है। रविवार को आधी रात के तुरंत बाद गाजा की एक व्यस्त गली में इस्राइली हवाई हमला हुआ, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। उधर, हमास ने भी रविवार दोपहर के बाद देर रात में दक्षिणी इस्राइल की तरफ धड़ाधड़ रॉकेट दागे जिसके बाद इस्राइलियों को सुरक्षित ठिकानों में शरण ली।

अमेरिका से इस्राइल पर दबाव बढ़ाने का अनुरोध
संयुक्त राष्ट्र। इस्राइल-हमास संघर्ष रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के राजनयिक और मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों ने आपात बैठक की है। इस बीच राष्ट्रपति जो बाइडन ने कुछ डेमोक्रेटों की अपील के बाद भी इस्राइल पर सार्वजनिक रूप से दबाव बढ़ाने के कोई संकेत नहीं दिए हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय आपात बैठक में सिर्फ इतना ही कहा कि अमेरिका यह लड़ाई रोकने के लिए राजनयिक माध्यमों के जरिए लगातार काम कर रहा है। जबकि बाइडन प्रशासन ने इस्राइली कार्रवाई की आलोचना करने या क्षेत्र में शीर्ष स्तर का दूत भेजने से इनकार किया है।

मीडिया इमारत पर हमले की जांच हो 
‘एसोसिएटेड प्रेस’ की शीर्ष संपादक सैली बज्बी ने गाजा सिटी में इस्राइली हमले के दौरान मीडिया संस्थानों के दफ्तरों वाली इमारत को निशाना बनाए जाने और उसे ध्वस्त किए जाने की घटना की स्वतंत्र जांच का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, इस्राइल ने 12 मंजिला इमारत अल-जला टावर पर हमले को लेकर स्पष्ट सबूत मुहैया नहीं कराए हैं। बज्बी ने कहा कि इमारत में 15 साल से हमारा दफ्तर था और कभी ऐसा संकेत नहीं मिला कि वहां हमास के भी कार्यालय थे। उन्होंने कहा, उचित होगा कि यहां जो भी हुआ उसकी स्वतंत्र जांच कराई जाए।

बीरशेबा क्रिकेट क्लब ने दी भारतीय शोधकर्ताओं को शरण
दक्षिण इस्राइली शहर बीरशेबा में बेन-गुरियन विश्वविद्यालय के कई भारतीय शोधकर्ताओं को शरण दी गई है। यहां रॉकेटों की बारिश के बीच विश्वविद्यालय के नजदीक बीरशेबा क्रिकेट क्लब ने भूमिगत आश्रय स्थल वाली दो मंजिला इमारत को स्थानीय लोगों के लिए खोला है। उसने भारतीय शोधकर्ताओं को भी सुविधा दी है। क्लब अध्यक्ष नाओर गुडकर ने कहा, कुछ भारतीय शोधकर्ता क्रिकेट क्लब के लिए खेलते भी हैं और वे हमारे परिवार के हिस्से जैसे हैं। उन्होंने कहा, पिछले सप्ताह के दौरान कई भारतीय शोधकर्ता हमारे साथ हैं और हमने उन्हें सुरक्षा सावधानियों से अवगत कराने की कोशिश की है। यहां विराज भिंगरदिवे, हीना खंड, शशांक शेखर, रुद्रारू सेनगुटा और विष्णु खंड ने मेजबानों की उतारता और उनके प्रबंधन का आभार जताया। छात्र  अंकित चौहान ने कहा, क्लब ने हमें इन संकट के हालात में सुरक्षित महसूस कराया है।