भारत-जापान संवाद सम्मेलन में बोले PM मोदी- संवाद ऐसा हो जो सकारात्मकता, एकता और करुणा की भावना फैलाए

454

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छठवें भारत-जापान संवाद सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं भारत-जापान संवाद को निरंतर समर्थन देने के लिए जापान सरकार का धन्यवाद करना चाहूंगा। उन्होंने एक पारंपरिक बौद्ध साहित्य के पुस्तकालय और शास्त्रों के निर्माण का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि ऐसा पुस्तकालय भारत में बनता है तो यह हमारे लिए खुशी की बात होगी।

उन्होंने कहा कि अतीत में, मानवता ने अक्सर सहयोग के बजाय टकराव का रास्ता अपनाया। संवाद था लेकिन वो एक-दूसरे को नीचे खींचने के लिए था। आइए अब साथ मिलकर उठते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अपनी नीतियों के मूल में मानवतावाद को रखना चाहिए।