भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 2-1 हारी, गोल्ड की उम्मीद टूटी, अब ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ होगा ‘ब्रॉन्ज मेडल’ मैच

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    अर्जेंटीना की महिला हॉकी टीम ने 4 अगस्त को सेमीफाइनल मैच में भारत को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बना ली है. इसी के साथ भारत का पहली बार ‘गोल्ड’ जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है. अब महिला टीम का 6 अगस्त को ग्रेट ब्रिटेन से ‘ब्रॉन्ज मेडल’ मैच होगा, जबकि अर्जेंटीना की टीम उसी दिन नीदरलैंड्स के विरुद्ध फाइनल खेलेगी.

    भारत की आत्मविश्वास से भरी 18 सदस्यीय महिला टीम ने सोमवार को तीन बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश किया था.

    बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मास्को ओलंपिक 1980 में रहा था, जब वह छह टीमों में चौथे स्थान पर रही थी. महिला हॉकी ने तब ओलंपिक में पदार्पण किया था और मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गए थे, जिसमें शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें फाइनल में पहुंची थी.

    वहीं अर्जेंटीना की महिला टीम ने सिडनी 2000 और लंदन 2012 में रजत पदक जीता था, लेकिन अभी तक स्वर्ण पदक हासिल नहीं कर पाई है. वह 2012 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची. इस टीम ने क्वार्टर फाइनल में 2016 के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता जर्मनी को 3-0 से शिकस्त दी थी.