भारत की सबसे बड़ी कैश मैनेजमेंट कंपनी सीएमएस इंफो सिस्टम्स जारी करेगी IPO

197

सीएमएस इंफो सिस्टम्स का 1,100 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 21 दिसंबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. यह इश्यू गुरुवार को बंद होगा. 1,100 करोड़ रुपये का1 आईपीओ प्रमोटर सायन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड द्वारा बिक्री के लिए एक पूर्ण पेशकश है, जिसके पास वर्तमान में कंपनी का 100 फीसदी हिस्सा है. इश्यू के बाद प्रमोटर की हिस्सेदारी घटकर 65.59 फीसदी रह जाएगी. इश्यू का प्राइस बैंड 205-216 रुपये प्रति शेयर है. कंपनी ने 12 एंकर निवेशकों से 330 करोड़ रुपये जुटाए हैं.

निवेशक न्यूनतम 69 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 69 शेयरों के गुणकों में बोली लगा सकते हैं. खुदरा निवेशक एक लॉट के लिए न्यूनतम 14,904 रुपये का निवेश कर सकते हैं और 13 लॉट के लिए उनका अधिकतम निवेश 1,93,752 रुपये है.

शेयरों का आवंटन 28 दिसंबर तक तय किया जाएगा. असफल निवेशकों को 29 दिसंबर तक रिफंड मिलेगा. सफल बोलीदाताओं को 30 दिसंबर तक उनके डीमैट खातों में शेयर जमा किए जाएंगे. सीएमएस इंफो सिस्टम्स के शेयर 31 दिसंबर को बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होंगे.

कंपनी इस इश्यू से प्राप्त राशि का इस्तेमाल प्रमोटरों द्वारा इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश करने और स्टॉक एक्सचेंजों पर इक्विटी शेयरों को सूचीबद्ध करने के लाभों को प्राप्त करने के लिए करेगी. आधा ऑफर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल खरीदारों के लिए आरक्षित होगा, जिसमें एंकर इन्वेस्टर्स शामिल हैं. इसके साथ 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों और बाकी 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा.

सीएमएस 31 मार्च, 2021 तक एटीएम प्वाइंट्स की संख्या के आधार पर दुनिया भर में सबसे बड़ी एटीएम नकद प्रबंधन कंपनियों में से एक है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी का कुल मुद्रा प्रवाह या उनके सभी एटीएम और खुदरा नकद प्रबंधन व्यवसायों से गुजरने वाली मुद्रा का कुल मूल्य 9.2 लाख करोड़ रुपये था.

इसके कारोबार में एसेट्स को इंस्टॉल, बरकरार और प्रबंधन करना शामिल हैं. इसके साथ कंपनी बैंकों के लिए लंबी अवधि के कॉन्ट्रैक्ट्स के तहत आउटसोर्स्ड बेसिस पर टेक्नोलॉजी सोल्यूशंस उपलब्ध कराती है.

एक्सिस कैपिटल, DAM कैपिटल एडवायजर्स, जैफरीज इंडिया और जेएम फाइनेंशियल इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं. लिंक इनटाइम इंडिया आईपीओ की रजिस्टरार है.

अधिकांश ब्रोकरेज कंपनी के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं और बिजनेस को देखते हुए इसे सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. इसके मजबूत उत्पाद पोर्टफोलियो, एकीकृत बिजनेस प्लेटफॉर्म, इसके ग्राहक से बेहतर संबंधों और मजबूत के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर अपने आईपीओ को ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग दिया है.

च्वाइस ब्रोकिंग ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में कहा कि प्रतिकूल सरकारी नीतियां और नियम, बैंकों की वित्तीय स्थिति में गिरावट, जिससे एटीएम नेटवर्क और आउटसोर्सिंग गतिविधियों का विस्तार प्रभावित होता है, लागत मुद्रास्फीति और प्रतिस्पर्धा कुछ जोखिमों का सामना करती है.