भारत अंडर-19 क्रिकेट का विश्व चैंपियन बन गया है. भारत के युवा सितारों ने इंग्लैंड को फाइनल में हराकर आईसीसी अंडर-19 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया है. यश ढुल की कप्तानी वाली टीम ने इतिहास रचते हुए रिकॉर्ड पांचवीं बार भारत को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया. पूरे टूर्नामेंट में हर मैच जीतने वाली भारतीय टीम ने फाइनल में भी जीत के इस सिलसिले को जारी रखा और इंग्लैंड को छोटे स्कोर वाले मुकाबले में 4 विकेट से हरा दिया. भारत ने 2018 के बाद ये खिताब अपने नाम किया है. टीम इंडिया की जीत के स्टार रहे ऑलराउंडर राज अंगद बावा, जिन्होंने पहले गेंद से कहर बरपाया और फिर बल्ले से अहम पारी खेलकर टीम को खिताब दिलाया.
टूर्नामेंट से पहले बिना ज्यादा तैयारी के, फिर टूर्नामेंट के बीच में ही कोरोना वायरस संक्रमण की परेशानी से उबरते हुए यश ढुल की टीम ने हर टीम को पछाड़ते हुए विश्व की सर्वश्रेष्ठ अंडर-19 टीम बनने का गौरव हासिल किया. सिर्फ टीम ही नहीं, बल्कि खुद कप्तान यश ढुल का नाम मोहम्मद कैफ, विराट कोहली, उन्मुक्त चंद और पृथ्वी शॉ की वर्ल्ड कप विजेता भारतीय कप्तानों की सूची में शामिल हो गया.
भारत की जीत की बुनियाद रखी तेज गेंदबाजों ने, जिन्होंने इंग्लैंड को सिर्फ 189 रन के स्कोर पर समेट दिया था. लेकिन लक्ष्य तक पहुंचना इतना आसान नहीं रहा. पारी के दूसरे ओवर में ही ओपनर अंगकृष रघुवंशी खाता खोले बिना आउट हो गए. फिर हरनूर सिंह और उप-कप्तान शेख रशीद ने पारी को संभाला. दोनों के बीच 49 रनों की साझेदारी हुई. हरनूर 21 रन बनाकर आउट हुए और फिर दारोमदार आया रशीद और कप्तान यश ढुल पर.
इंग्लैंड के पास मुकाबले में वापसी का मौका था, जबकि भारत को एक अच्छी साझेदारी की जरूरत थी. गेंदबाजी में कमाल करने के बाद राज बावा ने बल्ले से भी जिम्मेदारी उठाई. बावा (35) ने निशांत सिंधु के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 67 रन जोड़कर टीम की जीत पक्की कर दी. वहीं सिंधु (50 नाबाद) ने सिर्फ 54 गेंदों में अर्धशतक ठोककर भारत को जीत के दरवाजे तक पहुंचाया. 48वें ओवर में विकेटकीपर दिनेश बाना (13 नाबाद) ने लगातार दो छक्के जमाकर भारत को विश्व चैंपियन बना दिया. बाना ने इस अंदाज में जीत दिलाकर 11 साल पहले धोनी के कमाल की याद दिला दी. तब कप्तान और विकेटकीपर धोनी ने लॉन्ग ऑन पर छ्क्का जमाकर वर्ल्ड कप जीता था.
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान टॉम प्रेस्ट ने टॉस तो जीता, लेकिन उनका फैसला टीम पर ही भारी पड़ गया. दूसरे और चौथे ओवर में रवि कुमार ने विकेट झटक डाले. फिर राज बावा की गेंदों का कहर बरपा, जिन्होंने 4 ओवरों में 4 विकेट लेकर इंग्लैंड का स्कोर 61/6 कर दिया. जल्द ही इंग्लैंड ने 91 रन पर अपना सातवां विकेट भी गंवा दिया. इंग्लैंड की पारी के सस्ते में सिमटने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन जेम्स रियू ने एक बेहतरीन पारी खेलकर टीम को कुछ राहत दिलाई. हालांकि वह शतक से चूक गए और 95 रन बनाकर आउट हुए. रवि और बावा ने इंग्लैंड की पारी को समेटने में ज्यादा देर नहीं लगाई. बावा ने 5 जबकि रवि ने 4 विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी को 189 पर खत्म कर दिया.