भारत में कोरोना (Coronavirus) के ताजा मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. पिछले 24 घंटे में कोविड (Covid-19) के 19,968 नए केस मिले हैं और 50 हजार के करीब लोगों ने इस घातक बीमारी को मात देने में सफलता हासिल की है. हालांकि मौत के आंकड़ों ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है, जहां एक दिन में 673 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. इसके साथ ही एक्टिव मामलों (Active Cases In India) में भारी कमी देखी गई है और यह आंकड़ा 2,24,187 तक सीमित हो गया है. रविवार को कोरोना के आए मामले शनिवार को आए मामलों के मुकाबले 2302 कम हैं.
शनिवार को कोरोना के 22,270 नए केस सामने आए थे और 325 लोगों की मौत हुई थी. देश में इस समय डेली पॉजिटिविटी रेट 1.68% है. कोविड-19 के खिलाफ देशव्यापी वैक्सीनेशन कैंपेन भी जोरों-शोरों से जारी है. देश भर में अब तक 175 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लग चुकी हैं. पिछले 24 घंटे में 48847 लोग रिकवर होने के साथ ही अब तक ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,20,86,383 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 1,75,37,22,697 वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं. इसके अलावा कोरोना से देशभर में कुल मौतों का आंकड़ा अब 5,11,903 पहुंच गया है.
इस महीने हो चुकी 15 हजार से ज्यादा मौतें
देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं. फरवरी से ही संक्रमण का ग्राफ लगातार गिर रहा है, लेकिन कोरोना से मौतों के मामलों में अधिक कमी नहीं देखी जा रही है. फरवरी में अब तक कोरोना से 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में कोरोना से 8673 मौतें हुई हैं. बाकी 6,329 मौतें फरवरी से पहले के महीनों में हुईं थी, लेकिन उन्हें इस महीने जोड़ा गया है. इस वजह से ही फरवरी में संक्रमण से जान गंवाने वाले की संख्या 15 हजार से अधिक हुई है. देशभर में जो पुराने मौतें इस महीने दर्ज कराई गई हैं. उनमें सबसे अधिक संख्या केरल से हैं.
80 फीसदी वयस्क आबादी को लगी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज
खतरनाक कोरोना वायरस के खात्मे के लिए देश में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. अब तक कोविड-19 की वैक्सीन की 175 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जानकारी दी है कि भारत ने 80 फीसदी योग्य वयस्क आबादी को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है. महामारी के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था. इसके बाद विभिन्न आयु वर्गों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ था. इस साल तीन जनवरी से 15-18 साल तक के युवाओं को कोविड-19 रोधी टीका लगाना शुरू किया गया था.