भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर ने बुधवार रात कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए घरों में जांच के किट को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही इस रैपिड एंटीजन टेस्ट (रैट) किट के इस्तेमाल को लेकर एडवायजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि इस टेस्ट में जो लोग पॉजिटिव पाए जाएं, उन्हें सच में संक्रमित मान लिया जाए। उन्हें दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र की एक कंपनी ने कोरोना की घर में ही जांच करने के लिए किट तैयार किया है। इस तरह के किट दूसरे देशों में पहले से इस्तेमाल किए जा रहे हैं। आईसीएमआर ने कहा कि रैट में जो भी सिम्टोमैटिक लोग निगेटिव पाए जाएं, उनकी आरटी-पीसीआर जांच अवश्य कराई जाना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि वायरल लोड कम होने पर रैट में कुछ पॉजिटव टेस्ट को नहीं पकड़ पाने की आशंका रहती है।
पुणे की लैब ने बनाई किट
पुणे की मॉय लैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने घरेलू इस्तेमाल के लिए यह किट तैयार की है। इसे आईसीएमआर ने मंजूरी दे दी है।
आईसीएमआर ने घरों में जांच की इजाजत सिम्टोमैटिक मरीजों के मामले में ही दी है। किट से जांच में पॉजिटिव पाए जाते ही संबंधित व्यक्ति को तुरंत लैबोरेटरी से संपर्क करने को कहा गया है। किट से जांच संबंधित कंपनी द्वारा दिए गए यूजर मैन्यूअल के अनुसार करना होगी।
होम टेस्टिंग मोबाइल एप डाउनलोड करें
जांच के पूर्व इस किट के उपयोगकर्ताओं को गूगल प्ले स्टोर व एपल पर मौजूद होम टेस्टिंग मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। इसमें बताए गए तरीकों के आधार पर किट से घर में जांच की जा सकेगी। किट के जरिए जांच के बाद उसकी स्ट्रीप का फोटो लेना होगा, यह उसी मोबाइल फोन से लिया जाना चाहिए, जिस पर एप डाउनलोड किया गया है।