हाथरस जाने के सवाल पर भड़कीं स्मृति ईरानी, कहा- पीड़िता के साथ जो घटा उस पर TRP की रोटी ना सेकें’

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी हाथरस जाने के सवाल पर बजाए कुछ सीधा जवाब देने के उल्टा मीडियाकर्मियों पर ही तिलमिला गईं. उन्होंने कहा कि पीड़िता आप लोगों के लिए हेडलाइन होगी, लेकिन वह किसी की बेटी भी है और उस बेटी का सम्मान करें. टीआरपी में कहीं ना कहीं आप लोग प्रतिद्वंद्वी रहते हैं, लेकिन बेटी का भी सम्मान करें मैं आपसे आग्रह कर सकती हूं.

स्मृति ईरानी ने वाराणसी में कमिश्नरी सभागार में हुई प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पीड़िता के साथ जो घटा उस पर टीआरपी की रोटी ना सेकें तो उस लड़की के साथ न्याय होगा और तभी उसका सम्मान भी होगा.

राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के सांसदों के हाथरस जाने के सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा, ‘स्वतंत्र देश की स्वतंत्र जनता ने कांग्रेस के हथकंडों को भली-भांति समझ लिया है और इसीलिए एक ऐतिहासिक जीत 2019 में बीजेपी के लिए सुनिश्चित की है. कोई भी राजनीतिक दल या राजनेता स्वयं किसी भी विषय पर राजनीति करना चाहता है तो एक लोकतांत्रिक देश में मैं उस नेता को रोक नहीं सकती, लेकिन जनता यह समझती है.’

हाथरस गैंगरेप केस में गठित एसआईटी टीम पर पीड़ित परिवार की ओर से भरोसा नहीं जताए जाने और नार्को टेस्ट के लिए इनकार कर देने के सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा, ‘एसआईटी टीम गृह सचिव के अंतर्गत चल रही है. भारत सरकार की प्रतिनिधि होने के नाते मेरा विश्वास है कि एक स्वतंत्र मीडिया के चलते सच कभी छुपता नहीं है. सीएम योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली कड़े से कड़े कदम उठाकर कानून व्यवस्था को बनाकर रखने और महिलाओं को सुरक्षित रखने में है.’
विपक्ष की ओर से खुद स्मृति ईरानी पर निशाना साधे जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस पार्टी ने मेरे ऊपर विशेष रूप से टिप्पणी और ट्वीट किया कि संयुक्त राष्ट्र में मुझे अपने देश के खिलाफ बयान देना चाहिए था. मेरा यह मानना है कि जब मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व संयुक्त राष्ट्र में करती हूं तो उसमें एक मंत्री के नाते नहीं बल्कि एक भारतीय होने के नाते बोलती हूं.

हाथरस की पीड़िता के शव को पुलिस के हाथों जला दिए जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश की महिला के साथ अगर कुछ होता है तो आक्रोश से महिलाओं तक ही सीमित नहीं रहता, देश में पुरुष भी उतने ही महिला सम्मान और सुरक्षा के लिए संकल्पित होते हैं. जहां तक हाथरस की बात है मैंने पहले भी अन्य मीडिया माध्यमों में अपने वक्तव्य को दिया है, जो आज दोहराती हूं कि महिला आयोग के अंतर्गत जितने भी केस है मैं उसमें संवैधानिक रूप से हस्तक्षेप नहीं करती हूं, लेकिन महिला आयोग ने मुझे पहले दिन ही सूचित किया. जिला प्रशासन और प्रदेश की सरकार के साथ उन्होंने इस बात को सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि पीड़िता को न्याय मिले.

निर्भया फंड का पैसा अब तक खर्च ना होने के सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा कि यह प्रदेश सरकार का अधिकार है कि वह खर्च कैसे करेगी. आप अगर यह मानते हैं कि चाहे वह किसी का भी प्रदेश है और अगर उसको मैं हस्तक्षेप करती हूं तो यह संविधान के खिलाफ है. हमारी सरकार प्रतिबद्ध है कि निर्भया फंड का सभी प्रदेशों तक आवंटन किया जाए. उसको हमने सुनिश्चित किया है और हम बार-बार प्रदेश की सरकारों के साथ समन्वय से आग्रह करते रहते हैं कि आवंटित जितनी भी राशि है उसका पूरा उपयोग करें.

हाथरस के डीएम के द्वारा पीड़िता के परिवार को धमकाया जाने के सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट के बाद दोषी अधिकारियों पर जरूर कार्रवाई होगी.