पंजाब निकाय चुनावों में करारी हार के बाद हरसिमरत कौर बादल बोली – ‘हमारे कार्यकर्ताओं ने जबर्दस्त मुकाबला किया’

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पंजाब के नागरिक चुनावों में एक तरफ जहां कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है, वहीं शिरोमणि अकाली दल, भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है। अपनी पार्टी की हार पर शिरोमणि अकाली दल की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस ने जोर-जबरदस्ती से ये चुनाव जीता है। बता दें कि सत्तारुढ़ कांग्रेस ने पंजाब के 7 नगर निगमों में से 6 में प्रचंड जीत हासिल की है, जबकि एक में वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एक अन्य नगर निगम मोहाली के लिए वोटों की गिनती गुरुवार को होगी।

‘हमारे कार्यकर्ताओं ने जबर्दस्त मुकाबला किया’

हरसिमरत ने अकाली दल के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जब चुनाव कैंपेन के दौरान अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल पर हमला हो सकता है, उनके ऊपर गोलियां चलाई जा सकती हैं, तो आम कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस की सरकार द्वारा की गई ज्यादतियों को समझा जा सकता है। चुनावों में हार के लिए हरसिमरत ने कुछ अफसरों को भी जिम्मेदार ठहराया है। हरसिमरत ने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ताओं ने, उम्मीदवारों ने कांग्रेस की जोर ज़बरदस्ती का ज़बरदस्त मुकाबला किया। कांग्रेस पार्टी के साथ उन अफसरों को सचेत होने की जरूरत है, जिनका सहारा लेकर कांग्रेस ने ये ज़बरदस्ती की है।’

शहरी निकाय चुनावों में विपक्ष पूरी तरह साफ
कांग्रेस ने शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया है। केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुए चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है। हालांकि, मोगा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और बहुमत से वह 6 सीट पीछे रह गयी है। वही, मोहाली नगर निगम के लिए मतों की गिनती का काम गुरुवार को होगा। यह चुनाव परिणाम केंद्र की बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के खिलाफ कांग्रेस के लिए मनोबल बढ़ाने वाला है क्योंकि केंद्र सरकार के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और कांग्रेस उन्हें समर्थन दे रही है।