सोने-चांदी के वायदा कीमतों में गिरावट का रुख जारी, 2 दिनों में 1700 रुपये तक गिरे गोल्ड के दाम

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पिछले दो सत्रों में तेज गिरावट के बाद आज घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में बढ़त आई है। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.4 फीसदी बढ़कर 46065 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो यह 0.7 फीसदी की बढ़त के साथ 63095 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से 10,135 रुपये नीचे है। सोमवार को सोना और चांदी क्रमश: 700 रुपये और 2250 रुपये सस्ते हुए थे। जबकि शुक्रवार को इनकी कीमत क्रमश: 1000 रुपये और 2000 रुपये नीचे आई थी।

वैश्विक बाजारों में हाजिर सोना 1,730.47 डॉलर प्रति औंस हो गया। चांदी 23.43 डॉलर पर सपाट रही। डॉलर इंडेक्स दो सप्ताह के उच्च स्तर के करीब था, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महंगा हो गया।

दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स शुक्रवार के 1,025.28 टन के मुकाबले सोमवार को 0.2 फीसदी गिरकर 1,023.54  टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।

निवेशकों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना सिर्फ पांच दिन के लिए (नौ अगस्त से 13 अगस्त तक) खुली है। इसलिए अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो देर न करें। इसकी बिक्री पर होने वाले लाभ पर आयकर नियमों के तहत छूट के साथ और कई लाभ मिलेंगे। सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड में निवेश के लिए यह वित्त वर्ष 2021-22 की पांचवीं श्रृंखला है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में बताया था कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड मई से लेकर सितंबर के बीच छह किस्तों में जारी किए जाएंगे। योजना के तहत आप 4,790 रुपये प्रति ग्राम पर सोना खरीद सकते हैं। गोल्ड बॉन्ड की खरीद ऑनलाइन तरीके से की जाती है तो सरकार ऐसे निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट देती है। गोल्ड बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होती है और इस पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है।