आम आदमी पार्टी का दिल्ली पुलिस पर आरोप – मुख्यमंत्री केजरीवाल को किया नजरबंद

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किसान आंदोलन और भारत बंद को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया है. यह आरोप आम आदमी पार्टी (आप) ने लगाया है. आप का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल के सिंधु बॉर्डर से लौटने के बाद कल से नजरबंद जैसे हालात बनाए गए हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल की सभी बैठक रद्द कर दी गई है.

आप का आरोप है कि गृह मंत्रालय के आदेश पर पुलिस ने दिल्ली नगर निगम के तीनों मेयर को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के मुख्य गेट के बाहर धरने पर बैठा दिया है और इसका बहाना बना कर पुलिस ने मुख्यमंत्री के घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी है, जिससे ना केजरीवाल से कोई मिलने आ सकता है और ना वो कहीं बाहर जा सकते हैं.

आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री सिंधु बॉर्डर पर किसानों से मिलकर और किसानों को समर्थन देकर आए हैं, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री को अपने ही घर में बैरिकेड लगाकर लगभग नज़रबंद किया हुआ है. उनसे न कोई मिल सकता है, न वो बाहर आ सकते हैं. हम सीएम हाऊस तक मार्च निकालेंगे.

आम आदमी पार्टी के आरोपों पर दिल्ली पुलिस के नॉर्थ जिले के डीसीपी का कहना है कि ये झूठ और बेबुनियाद आरोप है. वहां हमारी फोर्स तैनात है. अरविंद केजरीवाल कल शाम 8 बजे भी कहीं निकले थे और रात 10 बजे के लगभग वापस लौटे थे. कोई समस्या नहीं है.

आपको बता दें कि सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंधु बॉर्डर पहुंचे थे, जहां पर बड़ी संख्या में किसान डटे हुए हैं. अरविंद केजरीवाल ने यहां किसानों के मंगलवार को होने वाले भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया था. साथ ही उनके लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया था.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हम किसानों की हर मांग का समर्थन करते हैं, किसानों का मुद्दा और संघर्ष जायज है. दिल्ली सरकार और हमारी पार्टी किसानों के संघर्ष में साथ है. जब किसान बॉर्डर पर आए थे, तो केंद्र और दिल्ली पुलिस ने हमसे दिल्ली के 9 स्टेडियम जेल बनाने के लिए परमिशन मांगी थी.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हमारे ऊपर दबाव बनाया गया, लेकिन हमने कोई परमिशन नहीं दी. हमारी सरकार, पार्टी लगातार सेवादार की तरह किसानों की सेवा करने में लगे हुए हैं. मैं सेवादार के तौर पर आया हूं और किसानों की सेवा करने आया हूं. किसान लगातार मेहनत करके अन्न उगाता है, ऐसे में हमारा फर्ज है कि हम किसानों की सेवा करें.