नहीं रहे मलयालम गीतकार पूवाचल खादर, कोरोना के चलते 72 साल की उम्र में हुआ निधन

331

मलयालम फिल्मों के लोकप्रिय गीतकार पूवाचल खादर का निधन हो गया है। 72 वर्षीय पूवाचल खादर कोविड-19 से संक्रमित थे, जिनका इलाज तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा था। केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने खादर के निधन पर शोक व्यक्त किया और इसे राज्य के सामाजिक परिवेश के लिए एक बड़ी क्षति बताया है।

1400 से अधिक गाने लिखे थे

पांच दशक से अधिक के करियर में खादर ने 400 से अधिक फिल्मों में 1400 से अधिक गाने लिखे थे। उन्हें मॉलीवुड में कुछ सदाबहार रोमांटिक हिट फिल्मों के लिए जाना जाता है।

सीएम ने जताया दुख
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने खादर के निधन पर शोक व्यक्त हुए लिखा, ” कवि पूवाचल खादर का निधन, जिन्होंने फिल्म उद्योग में एक बहुत ही उल्लेखनीय योगदान दिया, साहित्य की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।वह शायद उस व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे, जिसने फिल्म उद्योग के लिए सबसे ज्यादा गीत लिखे हैं। उन्हें बहुत याद किया जाएगा।”

खादर ने आई वी ससी की मदद से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था और विजया निर्मला द्वारा निर्देशित ‘कविता’ के साथ एक गीतकार के रूप में अपना डेब्यू किया। यह फिल्म उनके लिए बेहद लकी साबित हुई थी और इसी के साथ मलायलम इंडस्ट्री में उन्होंने एक लंबा सफर किया।

एक दशक तक मलयालम फिल्म रहे हावी

गौरतलब है कि खादर मलयालम सिनेमा में सबसे अधिक मांग वाले गीतकारों में से एक थे। 1970 और 80 के दशक तक वो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री पर हावी रहे। उन्होंने मलयालम सिनेमा में पीटर रूबेन, एटी उमर, श्याम, रघु कुमार, जेरी अमलदेव, इलियाराजा और शंकर गणेश सहित लगभग हर दिग्गज संगीतकार काम किया है। खादर के लिखे गीतों में ‘पूमानामे (निराकुट्टू), अनुरागिनी इथा एन’ (ओरु कुडाक्कीझील), ‘इथो जनमा कल्पनायिल’ (पालंगल), ‘नाथा नी वरुम’ (चामाराम) और कई अन्य शामिल हैं।