बंगाल चुनाव में प्रचार के बीच ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने दूसरी बार भेजा नोटिस, बीएसएफ पर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण

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West Bengal

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने फिर से नोटिस भेजा है। ममता पर केंद्रीय सुरक्षा बलों पर गलत बयानबाजी के आरोप में चुनाव आयोग ने दूसरी बार नोटिस भेजा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  केंद्रीय सुरक्षा बलों पर भाजपा की मदद करने और बंगाल के मतदाताओं को मतदान करने से रोकने का आरोप लगाती रही हैं। इसी सिलसिले में आयोग ने ममता बनर्जी को दूसरी बार नोटिस भेजा है। इससे पहले चुनाव आयोग ममता बनर्जी  को सभी मुसलमान एकजुट होने वाले बयान पर भी नोटिस जारी किया था। 

बीएसएफ पर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण  
चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को जो नोटिस जारी किया है उसमें ममता के उन बयानों का भी जिक्र है, जिसमें तृणमूल का एक प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ पर एक पार्टी के पक्ष में ग्रामीणों को धमकाने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने कहा कि बीएसएफ देश की बेहतरीन फोर्स में से एक है इसपर टीएमसी की ओर से आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। 

बता दें कि ममता बनर्जी ने मतदाताओं को चौकन्ना रहने की सलाह देते हुए कहा था कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवान गांवों में लोगों को डराने-धमकाने पहुंच सकते हैं। हुगली जिले के बालागढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बल अमित शाह द्वारा संचालित केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर काम कर रहे हैं।बनर्जी ने कहा कि राज्य पुलिस बल को चौकन्ना रहना चाहिए और दिल्ली के सामने झुकना नहीं चाहिए।

आयोग चाहे दस नोटिस भेज दे, धर्म के आधार पर मतदाताओं के विभाजन का विरोध करती रहूंगी: ममता
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें दस कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इनसे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी।

ममता ने कथित रूप से मुस्लिम मतदाताओं से टीएमसी के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को बनर्जी को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस भेजा था।

टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने दोमजुर में चुनाव प्रचार के दौरान पूछा कि जब भाजपा के स्टार प्रचारक तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषणों में हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक का जिक्र करते हैं तो उनके खिलाफ कोई शिकायत क्यों दर्ज नहीं की जाती?

बनर्जी ने कहा, ‘आप (चुनाव आयोग) चाहें तो मुझे दस कारण बताओ नोटिस भेज सकते हैं, लेकिन मेरा जवाब एक ही होगा। मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम वोटों के विभाजन के खिलाफ बोलती रहूंगी। मैं धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के खिलाफ खड़ी रहूंगी।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं दर्ज की जाती? जो हर रोज हिंदू और मुस्लिम (वोटबैंक) की बात करते हैं। नंदीग्राम चुनाव के दौरान जिन लोगों ने ‘मिनी पाकिस्तान’ शब्द का प्रयोग किया, उनके खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं?’