डॉ. फॉसी बोले- पानी की तरह तेजी से फैल सकता है नया वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’, हम अफ्रीकी वैज्ञानिकों के संपर्क में

486

अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी ने कहा है कि कोविड-19 का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट पानी की तरह तेज गति से फैल सकता है। ये वेरिएंट शरीर में मौजूद एंटीबॉडी पर क्या असर डालता है, ये जानने के लिए अमेरिकी वैज्ञानिक अपने दक्षिण अफ्रीकी सहयोगियों के साथ निकट संपर्क में हैं।

अमेरिकी मीडिया से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. फॉसी ने कहा, निश्चित रूप से दक्षिण अफ्रीका में नया वेरिएंट मिला है जिसके कुछ म्यूटेशन ने वायरस के फैलने की गति और शरीर की प्रतिरक्षा में सेंध लगाने जैसे विषयों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में तेज गति से फैला है। उन्होंने कहा, ‘तो ये तरल गति में है। हम जितनी जल्दी हो सके इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश कर रहे हैं।’ 

उन्होंने कहा कि अभी अमेरिका में इस वेरिएंट के होने के बारे में कोई सुबूत नहीं है लेकिन कुछ कहा नहीं जा सकता क्योंकि आजकल बहुत यात्रा हो रही है। हम इसकी मॉलिक्यूलर बनावट को समझने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के नए वेरिएंट बी.1.1.529 के सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को मिलने की घोषणा की थी।

प्रयोगशाला में जांच से पता चलेगा एंटीबॉडी पर असर
क्या नया वेरिएंट एंटीबॉडी को चकमा दे सकता है, इस सवाल पर उन्होंने कहा, जब हमारे सामने एक नया म्यूटेशन आता है तो इससे ये संकेत मिलता है कि शायद ये प्रतिरोध क्षमता को चकमा दे सकता है। लेकिन इसके बारे में जानने के लिए वायरस के खास सिक्वेंस को प्रयोगशाला में अलग-अलग एंटीबॉडी के साथ टेस्ट किया जाता है और तब आप ये बता सकते हैं कि ये एंटीबॉडी पर क्या असर डाल सकता है। ब्राउन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन डॉक्टर आशीष झा ने सीएनएन को बताया कि ये वेरिएंट अलग व्यवहार कर रहा है और ऐसे लग रहा है जैसे डेल्टा से अधिक संक्रामक है।