ट्रंप ने कोरोना वैक्सीन को लेकर सुनाई ‘गुड न्यूज’, वैक्सीन का सबसे बड़ा ट्रायल शुरू

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कोरोना संकट से जूझ रही दुनिया को वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. दुनिया के कई देश इस वैक्सीन को पेश करने की होड़ लगा रहे हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि अमेरिका में वैक्सीन का सबसे बड़ा ट्रायल शुरू हो गया है. अस्‍त्राजेनेका (AstraZeneca) का कोविड-19 टीका फेज 3 क्लिनिकल ट्रायल्‍स में पहुंच चुका है. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने सोमवार को ऐलान किया कि यह वैक्‍सीन अप्रूवल के बेहद करीब है. अस्‍त्राजेनेका की वैक्‍सीन को ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने तैयार किया है. कंपनी ने कहा कि अमेरिका में 80 जगहों पर करीब 30 हजार लोगों पर फेज 3 ट्रायल किया जाएगा.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि अस्‍त्राजेनेका का टीका तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल्‍स में पहुंच गया है. यह अब उन टीकों की लिस्‍ट में शामिल हो गया है जो पूरी तरह तैयार हैं. अमेरिका में हम वो कर रहे हैं जो लोगों ने सोचा था कि संभव नहीं हैं.”

अस्‍त्राजेनेका ने टेस्टिंग के लिए कुछ पैमाने तय किए हैं। करीब 30 हजार लोगों पर स्‍टडी के लिए टेस्ट किया जाएगा. 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्‍सीन नहीं दी जाएगी. अलग-अलग नस्‍लों, समुदायों और भौगोलिक समूहों के लोगों को ट्रायल के लिए चुना गया है. एचआईवी के शिकार लोग भी ट्रायल में शामिल होंगे.

दुनिया भर में कोरोना की वैक्सीन को लेकर तेजी के बीच वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) चेतावनी दी है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वह कोविड टीके को इमर्जेंसी यूज की मंजूरी देने को तैयार है. लेकिन उसने चेताया है कि इस तरीके से वैक्‍सीन डेवलपमेंट को फास्‍ट ट्रैक न करें. डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्‍ट डॉ. सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने कहा कि बिना पूरी तरह खरा उतरे किसी वैक्‍सीन को इस्‍तेमाल करने के ‘घातक साइड इफेक्‍ट्स हो सकते हैं. उन्‍होंने कहा कि वैक्‍सीन के इमर्जेंसी यूज की परमिशन ‘बहुत गंभीरता के साथ’ दी जानी चाहिए.’