दिल्ली पुलिस की सख्ती गई बेकार, 300 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ सिंघु बॉर्डर पहुंचा जत्था

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दिल्ली पुलिस की सख्ती के बावजूद किसानों का एक जत्था रविवार को सिंघु बॉर्डर पहुंच गया। सिंघु बार्डर पर लगी स्टेज की तरफ जाने के लिए कच्चा रास्ता बंद किए जाने पर करीब चार घंटे तक आंदोलनकारियों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष विरोध जताया। 

किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, महांसचिव सर्वन सिंह पंधेर, सविंदर सिंह चताला, जसबीर सिंह पिद्दी व गुरलाल सिंह पंडोरी, रण सिंह ने कहा कि गुरदासपुर, होशियारपुर, भुल्लथ से 300 ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ एक जत्था सिंघु बॉर्डर पहुंचा। पुलिस ने इस जत्थे को रोकने के लिए सुबह ही कच्चे रास्तों को भी खोदकर टिप्पर लगा कर बंद कर दिया था। इससे आम लोगों को भी आने जाने में काफी परेशानी हो रही थी। 

नेताओं ने कहा कि हम शांति से बैठे हैं, अगर केंद्र सरकार और सख्ती करना चाहती है तो कर ले। लेकिन सड़क बंद नहीं होने देंगे। 3-4 दौर की वार्ता के बाद  पुलिस अधिकारियों ने नेताओं से कहा कि आपसी बातचीत से इस मसले को हल करेंगे। इसके बाद किसान अपने मंच पर लौट आए।

संगठन ने हरियाना के शाहबाद मारकंडा में सड़क दुर्घटना में मृत किसान जगदीश सिंह पुत्र गयान सिंह, उमर 55 साल, वासी नरपुर (गुरदासपुर) के परिवार के प्रति भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सरकार से मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। नेताओं ने कहा कि किसानों की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। जब तक कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता है आंदोलन जारी रहेगा।