दिल्ली विधानसभा : आज से 2 दिवसीय मानसून सत्र की शुरुआत, हंगामा होने के आसार

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दिल्ली विधानसभा सत्र हंगामेदार होने के आसार है। पक्ष व विपक्ष पूरी तैयारी के साथ एक दूसरे को कटघरे में खड़ा करेगी। सत्ता पक्ष ने जहां एमसीडी में भ्रष्टाचार, किसान आंदोलन व दिल्ली दंगों में वकीलों के पैनल को खारीज करने के मामले में केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करेगी तो वहीं विपक्ष ने कथित डीटीसी घोटाला, दिल्ली जलबोर्ड घोटाला, दिल्ली की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति तैयार की है। भाजपा ने तो दिल्ली विधानसभा का घेराव भी करने का ऐलान किया है।

बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय विधानसभा सत्र के दौरान सदन से सड़क तक दिल्ली के मुद्दे पर टकराव देखने को मिलेगा। आगामी एमसीडी चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक भाजपा शासित एमसीडी को भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप सदन में मढ़ेंगे।

साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल को भी कई मुद्दे पर घेरेंगे। सदन में सत्ता पक्ष किसानों का मुद्दा भी उठाएगी। सदन को यह भी बताया जाएगा कि किस तरह से दिल्ली सरकार ने दिल्ली वालों को बिजली व पानी मुफ्त दे रही है वहीं भाजपा शासित अन्य राज्यों में बिजली बिल को लेकर लोग परेशान है।

वहीं विपक्ष के भाजपा विधायकों ने भी पूरी तैयारी की है। भाजपा विधायक अभय वर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया है कि सत्र में परिवहन मंत्री के गुमराह करने वाले बयान पर कार्रवाई करें। उन्होंने सदन को गुमराह करने का काम किया है। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि भाजपा जनहित के मुद्दे ही उठाएगी। विपक्ष जनता की तरफ से जानना चाहता है कि दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य ढांचा क्यों चरमरा गया? दिल्ली का डेथ रेट भी देश में सबसे ज्यादा रहा है। 

यह चर्चा इसलिए जरूरी है ताकि तीसरी लहर की क्या तैयारी है। आधी दिल्ली प्यासी है और जहां पानी आ भी रहा है, वह गंदा आ रहा है। इसपर सवाल पूछे जाएंगे। बारिश के दौरान दिल्ली डूब रही है। नालों की सफाई पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए आखिर कहां बह जाते हैं? दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में भी विस्फोटक स्थिति पैदा हो चुकी है क्योंकि डीटीसी के बेड़े में सात सालों में एक भी बस नहीं जुड़ पाई, सारी बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं और अब दिल्ली सरकार के बस खरीद सौदे में करोड़ों का घोटाला सामने आ रहा है। 

बिधूड़ी ने स्पष्ट किया कि हमारा उद्देश्य सिर्फ विरोध के लिए सरकार को कटघरे में खड़ा करने का नहीं है बल्कि हम बड़ी ही मर्यादा के साथ इन मुद्दों पर सरकार का रुख जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि विधानसभा की पूरी कार्यवाही का सीधा प्रसारण जनता तक पहुंच सके। 

उधर, प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों ने सदन का घेराव करने की नीति तैयार की है। कहा है कि घोटालेबाज केजरीवाल सरकार के खिलाफ भाजपा विधानसभा का घेराव किया जाएगा। प्रदेश भाजपा महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बाताया कि कोरोना काल में जिस तरह से केजरीवाल सरकार का स्वास्थ्य तंत्र फेल हुआ है वह पूरी दिल्ली की जनता देख चुकी है।

दिल्ली में लोग मरते रहे लेकिन केजरीवाल काम करने की बजाय टीवी पर आकर भाषणबाजी करते रहे। दिल्ली जल बोर्ड हर साल 2000 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है। डीटीसी बस घोटालों में केजरीवाल सरकार संलिप्त है। इन सभी घोटालों के खिलाफ प्रदेश भाजपा विधानसभा का घेराव करेगी।