केंद्र सरकार ने बताया- राज्यों को अब तक वैक्सीन की 41.69 करोड़ से अधिक डोज कराईं मुहैया

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    Covovax Vaccine

    केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की 41.69 करो़ड़ से अधिक डोज मुहैया कराई जा चुकी हैं। इसके साथ ही जल्द ही इन्हें 18 लाख से अधिक डोज और मिल जाएंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार सुबह आठ बजे तक के आंक़़डों के मुताबिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा इनमें से 38.94 करोड़ से ज्यादा डोज का उपयोग किया गया है। इस तरह अभी इनके पास 2.69 करोड़ से अधिक डोज बची हुई हैं।

    वहीं, अब तक उपलब्ध आंक़़डों के मुताबिक शुक्रवार को 42,12,557 डोज दी गईं। जबकि अब तक कुल 39,96,95,879 डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 31,86,65,226 लोगों को पहली और 8,10,30,653 लोगों को दूसरी डोज दी गई हैं। शुक्रवार को कुल 37,033 केंद्रों पर टीके लगाए गए, जिनमें 35,010 सरकारी और 2,023 निजी केंद्र शामिल हैं।

    COVID-19 टीकाकरण के सार्वभौमिकरण का नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू हुआ। मंत्रालय ने कहा, “अधिक टीकों की उपलब्धता, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए वैक्सीन उपलब्धता की अग्रिम दृश्यता और वैक्सीन आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करने के लिए टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है।” राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में, केंद्र राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में COVID टीके प्रदान करके उनका समर्थन कर रहा COVID19 टीकाकरण अभियान के सार्वभौमिकरण के नए चरण में, केंद्र सरकार देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे टीकों का 75 प्रतिशत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को खरीद और आपूर्ति (मुफ्त) करेगी।

    शुक्रवार को शाम छह बजे तक किस राज्य में कितने टीके

    -महाराष्ट्र 5.70 लाख

    -उत्तर प्रदेश 3.71 लाख

    -बंगाल 2.95 लाख

    -गुजरात 2.60 लाख

    -बिहार 2.13 लाख

    -पंजाब 1.62 लाख

    -हरियाणा 1.39 लाख

    -झारखंड 1.26 लाख

    -राजस्थान 1.20 लाख

    -जम्मू–कश्मीर 0.59 लाख

    -हिमाचल 0.26 लाख

    कोरोना के टीकाकरण अभियान में निजी अस्पतालों की भागीदारी पर सवाल उठे तो एसोसिएशन आफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआइ) ने एक सर्वे कराया। जिसमें दिल्ली, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों के 70 अस्पताल शामिल हुए। इस सर्वे में 77 फीसद निजी अस्पतालों ने कहा कि उन्हें टीका नहीं मिल पा रहा है।