चीन में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर रहें हैं बढ़, ओमिक्रोन वैरिएंट से 2 लोगो की मौत

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चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकार ने शनिवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण से दो लोगों की मौत की पुष्टि की है, जो जनवरी 2021 के बाद से मृतक संख्या में दर्ज पहली बढ़ोतरी है. देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के काफी मामले हैं. संक्रमण से दोनों मौत उत्तर पूर्वी जिलिन प्रांत में हुईं, जिसके बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 4,638 हो गई है. चीन में शनिवार को संक्रमण के 2,157 नए मामले सामने आए, जो संक्रमण के सामुदायिक प्रसार से जुड़े हैं.

इनमें से अधिकतर मामले जिलिन प्रांत से सामने आए. संक्रमण के प्रसार को राकने के लिए जिलिन प्रांत में यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं और लोगों को यात्रा के लिए पुलिस की अनुमति लेना अनिवार्य बनाया गया है. चीन के वुहान से 2019 के अंत में फैले संक्रमण के बाद से अब तक 4,636 लोगों की मौत हुई है. इन आंकड़ों को अप्रैल 2020 में एक बार अद्यतन किया गया था. इससे पहले खबर आई थी कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर पाबंदी लगाने वाली एवं अत्यधिक आलोचना का सामना कर रही अपनी ‘जीरो कोविड’ नीति में ढील देने से शुक्रवार को इनकार कर दिया है.

जीरो कोविड नीति क्यों जरूरी?
देश के कई शहरों में लगे लॉकडाउन के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ने के मद्देनजर यह फैसला किया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के उप मंत्री एवं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण एवं रोकथाम प्रशासन के प्रशासक वांग हेशेंग ने मीडिया से कहा कि चीन कोरोना वायरस संक्रमण के मौजूदा प्रसार को रोकने के लिए अपनी ‘जीरो कोविड’ नीति का अनुपालन करना जारी रखेगा. आधिकारिक मीडिया ने यहां उन्हें उद्धृत करते हुए कहा कि ‘जीरो मामला नीति’ का लक्ष्य यथासंभव सबसे कम समय में महामारी को नियंत्रित करने का है, ताकि समाज को इसकी न्यूनतम कीमत चुकानी पड़े.

नई लहर का सामना कर रहा चीन
उन्होंने कहा कि इस रुख का उद्देश्य त्वरित प्रतिक्रिया और लक्षित रोकथाम एवं नियंत्रण है. चीन ओमिक्रॉन वेरिएंट की नई लहर के चलते हो रहे संक्रमण को रोकने के लिए गहन एवं लक्षित कोविड रोकथाम व नियंत्रण उपाय कर रहा है. इस नीति के तहत चीन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर कड़ी पाबंदी लगाई है, जिसके चलते कई लाख अंतरराष्ट्रीय छात्र प्रभावित हुए हैं. इस नीति के चलते 23,000 से अधिक भारतीय छात्र भी स्वदेश में अटक गए हैं. चीन हाल के हफ्तों में कोविड के मामले में सर्वाधिक वृद्धि का सामना कर रहा है, जबकि बाकी दुनिया में मामलों में अत्यधिक कमी दर्ज की गई है.