टीकाकरण महाभियान की थम गई रफ्तार, रविवार को देश में वैक्सीन की सिर्फ 17.05 लाख डोज लगाई गईं

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    देश में कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने टीकाकरण बढ़ाने पर काफी जोर दिया है। इस कड़ी में 21 जून के बाद से कोई भी व्यक्ति टीकाकरण केंद्र पर जाकर और बिना एप पर पंजीकरण किए कोरोना टीका का लगवा सकता है। 21 जून के बाद से ही देश में हर दिन 66 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही थी, लेकिन रविवार को छुट्टी वाले दिन रात 11:30 बजे तक मात्र 17.05 लाख लोगों ने ही कोरोना का टीका लगवाया। 

    कोरोना टीकाकरण का ब्यौरा रखने वाली वेबसाइट cowin.gov.in के मुताबिक, 21 जून के बाद यह अब तक का सबसे कम टीकाकरण का आंकड़ा है। यानी 21 जून के बाद से देखा जाए तो रविवार को मात्र 25 फीसदी ही टीकाकरण हुआ।

    इससे पहले 21 जून को 90.86 लाख, 22 जून को 54.22 लाख, 23 जून 64.83 लाख, 24 जून को 60.73 लाख, 25 जून 61.20 लाख और 26 जून को 64.90 लाख टीके लगाए गए थे।

    इन राज्यों में लगे दो लाख से ज्यादा टीके
    गुजरात ने रविवार को सवा दो लाख लोगों को टीके की खुराकें दीं। इसके बाद राजस्थान में सबसे ज्यादा 2.51 लाख लोगों को टीका लगाया गया। इनके अलावा कोई राज्य दो लाख का आंकड़ा पार नहीं कर पाया। टीकाकरण का नया रिकॉर्ड बना रहे मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में सिर्फ 12 और 10 हजार खुराकें लोगों को लग पाईं।

    छह राज्यों में दो करोड़ से ज्यादा टीके लगे
    देश में सिर्फ महाराष्ट्र और यूपी में अब तक तीन करोड़ से ज्यादा टीके लगाए गए हैं। महाराष्ट्र में यह संख्या 3.11 करोड़ और यूपी में 3.04 करोड़ है। चार राज्यों गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में 2-2 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं।

    दिल्ली में टीकाकरण बढ़ाने के लिए ज्यादा वैक्सीन की जरूरत 
    दिल्ली सरकार कोरोना की रोकने के लिए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा रही है। टीकाकरण की रफ्तार बनाए रखने के लिए जुलाई में 45 लाख खुराक की जरूरत है। आप पार्टी की विधायक आतिशी ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने केंद्र को बताया है कि शहर को जुलाई में 45 लाख खुराक चाहिए होंगे, ताकि मौजूदा टीकाकरण दर (1.5 लाख) बनी रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इसकी रफ्तार बढ़ती है तो 45 लाख से ज्यादा डोज की जरूरत पड़ेगी। रविवार को दिल्ली में सिर्फ 9,558 टीके लगाए गए।