महिलाओं की नीलामी के खुलासे में बुल्ली बाई ऐप और टेकफॉग की भूमिका को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्वीट कर पूछा कि बुल्ली बाई एप मामले में अभियुक्तों की कम उम्र देखकर पूरा देश पूछ रहा था कि इतनी नफरत आती कहां से है। उनका कहना है कि दरअसल भाजपा ने नफरत की कई फैक्टरी लगा रखी हैं। टेकफॉग उनमें से एक है।
नफरत फैलाने वालों का एक ही मकसद, कोई सवाल न पूछे : प्रियंका
उधर, कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी शनिवार को वर्चुअल रैली में केंद्र सरकार के साथ-साथ भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीति में हिंसा और नफरत फैलाने वालों का एक ही मकसद होता है, कोई उनसे काम पर सवाल न पूछे। जबकि, हमारा उद्देश्य यह है कि लोगों से जुडे़ मसलों की बाधाएं दूर हों और उन्हें मौके मिलें। प्रियंका ने यह बात ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ अभियान के तहत ऑनलाइन सवाल-जवाब कार्यक्रम में कही।
एक सवाल के जवाब में प्रियंका ने कहा, भाजपा की नफरत की राजनीति से निपटने का एक ही तरीका है, यह नया नहीं है और न ही मेरा है। हमारे इतिहास, संस्कृति, वेद-पुराण, बुद्ध और गुरुनानक ने भी बताया है कि नफरत का मुकाबला सिर्फ प्रेम से कर सकते हैं। नकारात्मक चीजों का मुकाबला सकारात्मक चीजें करती हैं। हमारा प्रचार सकारात्मक है, विकास की परवाह है। महिलाओं को सशक्त कैसे बनाया जाए, नौजवानों को रोजगार कैसे मिले?
युवा बार-बार परीक्षाएं दे रहे हैं, परीक्षाएं और परिणाम की कटऑफ बदल रही है। ऐसे में लोगों की बाधाएं कैसे दूर हों और मौके कैसे मिलें। प्रियंका ने राज्य सरकार पर तंज कसा कि जब चुनाव आ रहा है तो एयरपोर्ट का उद्घाटन हो रहा है। मीडिया में चीन के एयरपोर्ट की फोटो दिखा विकास दिखा रहे हैं। पांच साल धर्म और जाति की बात करने से वोट मिल जाता है तो काम क्यों करेंगे। अगर जवाबदारी होगी तो काम करना पड़ेगा। हम नकारात्मक की जगह सकारात्मक ढंग से करुणा, प्रेम की बात से भविष्य को सुधारेंगे। प्रियंका ने कहा कि मुझे अपनी दादी इंदिरा गांधी जी से बहुत प्रेरणा मिलती है। उनका नाम न लूं तो बेईमानी होगी।
मुख्य आरोपी ने पुलिस हिरासत में खुदकुशी की दी धमकी
बुल्ली बाई एप मामले के मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस की हिरासत में खुदकुशी की धमकी दी। दिल्ली पुलिस की ‘इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स’ (आईएफएसओ) यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने यह बताया।
आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह ‘सुल्ली डील’ को बनाने वालों को जानता है। एप पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी की जा रही थी। उसने यह भी माना कि श्वेता सिंह के यूजर अकाउंट तक उसकी पहुंच थी। श्वेता सिंह को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। डीसीपी ने कहा कि पुलिस हिरासत में उसका पूरा ध्यान रख रही है। उसकी मेडिकल जांच भी कराई गई है और स्थिर है और उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह संभव है कि वह अपनी मानसिक अवस्था के कारण ऐसी धमकी दे रहा है और यह भी संभव है कि वह जांच में देरी करना चाहता है।
क्या है बुल्ली बाई एप
बुल्ली बाई(Bulli Bai App) लोगों को बरगलाने और वित्तीय लाभ कमाने के लिए देश भर में एक संदिग्ध समूह (उनमें से अधिकांश की पहचान अभी बाकी है) द्वारा विकसित एक एप है।एप को बनाने के पीछे का मकसद भारतीय महिलाओं (ज्यादातर मुस्लिम) की नीलामी के लिए रखना और बदले में पैसा कमाना है। बुल्ली बाई एप माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट GitHub पर बनाया गया था।