कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से जूझ रहा बांग्लादेश, पूरे देश में लगाया संपूर्ण लॉकडाउन

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बांग्लादेश में कोरोना का कहर एक बार फिर अपने चरम पर है। कोरोना का डेल्टा वेरिएंट तेजी से वहां फैल रहा है। वहां की सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए शुक्रवार 23 जुलाई, सुबह आठ बजे से देशभर में सख्त लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। यह लॉकडाउन पांच अगस्त की रात 12 बजे तक लागू रहेगा। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि आपातकालीन सेवाओं के अलावा सभी सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे।

दरअसल, बांग्लादेश के लोक प्रशासन मंत्री फरहाद हुसैन ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि लॉकडाउन में ढील नहीं दी जाएगी। पिछली बार की तुलना में यह लॉकडाउन अधिक सख्त होगा। प्रतिबंधों का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, बीजीबी और सेना के जवान तैनात रहेंगे। कायार्लय, अदालत, वस्त्र कारखाने और निर्यात से सबंधित सब कुछ बंद रहेगा।

‘ढाका ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूछे जाने पर कि क्या ईद के लिए घर जाने वालों के लिए लॉकडाउन में ढील देने की कोई योजना है। उन्होंने कहा कि नहीं, जो लोग अपने गृह जिलों में वापस चले गए वे 5 अगस्त से पहले शहर नहीं लौट सकते हैं।

पिछले दिनों बांग्लादेश की राजधानी ढाका से प्रवासी मजदूरों की लौटने की कई तस्वीरें सामने आईं थीं। लॉकडाउन की आहट के बीच प्रवासी मजदूर जल्द से जल्द ढाका छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। लाखों प्रवासियों के बीच ढाका छोड़ने की हड़बड़ी दिखी. वहां 22 जून से ही विभिन्न शहरों के बीच सार्वजनिक परिवहन ठप्प है।

वहीं इससे पहले 13 जुलाई को ईद से पहले कारोबार करने और 14 जुलाई की मध्यरात्रि से 23 जुलाई की सुबह आठ बजे तक सभी प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप ढाका में फैल गया है, यहां स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव बढ़ रहा है। भारत की सीमा से लगे उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में भी डेल्टा प्रकार के मामले सामने आए हैं।

बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वहां कोरोना से हुई मौतों की संख्या 13,976 पर पहुंच गई है जबकि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 5,869 नए मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 8,78,804 हो गई है। बांग्लादेश में इस साल 19 अप्रैल को इस महामारी से सबसे अधिक 112 लोगों की मौत हुई थी।