Budget 2022 : प्रधानमंत्री मोदी ने बताई Budget 2022 की खूबियां, बोले- बजट में कृषि को टेक्नोलॉजी आधारित और कैमिकल फ्री बनाने के लिए उठाए गए बड़े कदम

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    PM modi on Budget 2022

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बजट की बारिकियों को समझाने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे. कार्यकर्ताओं से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बजट की हर कोई तारीफ कर रहा है यह देश को आधुनिक बनाने वाला बजट है. पीएम मोदी ने कहा कि इस समय 100 साल में आई सबसे बड़ी वैश्विक महामारी से देश लड़ रहा है. कोरोना कालखंड दुनिया के लिए अनेक चुनौतियां लेकर आया है. उन्होंने कहा कि दुनिया उस चौराहे पर आकर खड़ी हो गई है, जहां टर्निंग प्वाइंट निश्चित है. आगे जो दुनिया जो हम देखने वाले हैं,वो वैसी नहीं होगी जैसी कोरोना से पहले थी.

    भारत का एक्सपोर्ट बढ़ा
    पीएम मोदी ने कहा कि ये समय नए अवसरों का है, नए संकल्पों की सिद्धि का समय है. उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी है कि भारत आत्मिनिर्भर बने और आत्मनिर्भर भारत की नींव पर एक आधुनिक भारत का निर्माण हो. बकौल प्रधानमंत्री, साल 2013-14 में भारत का एक्सपोर्ट 2 लाख 85 हजार करोड़ रुपये होता था. आज भारत का एक्सपोर्ट 4 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का आसपास पहुंचा है.

    9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचा
    प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के प्रयासों से आज देश में करीब-करीब 9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है. उन्होंने बताया कि इसमें से करीब-करीब 5 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन, जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्ष में दिए गए हैं. बजट में घोषणा की गई है कि इस साल करीब 4 करोड़ ग्रामीण घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा.

    यूपी और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने वाली है
    पानी पर अपनी चर्चा को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने वाली है. उन्होंने कहा कि विशेष रूप से केन-बेतवा को लिंक करने के लिए जो हज़ारों करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, उससे यूपी और एमपी के बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर भी बदलने वाली है.अब बुंदेलखंड के खेतों में और हरियाली आएगी, घरों में पीने का पानी आएगा, खेतों में पानी आएगा.

    गरीबों को मिला अपना घर
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो गरीब थे झोपडपट्टी में रहते थे,अब उनके पास अपना घर है. पहले के मुकाबले इन घरों के लिए राशि भी बढ़ाई और घरों का साइज भी बढ़ाया है ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए जगह मिल जाए. उन्होंने कहा कि बड़ी बात ये भी है कि इसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम पर है यानि हमने महिलाओं को घर की मालकिन भी बनाया.